नई दिल्ली। भारत की स्टार खिलाड़ी पीवी सिंधु ने विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप का खिताब हासिल कर नया इतिहास रच दिया है। वह यह खिताब पाने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बनीं है। फाइनल में सिंधु का मुकाबला जापान की नोजोमी ओकुहारा से था जिसपर उन्होंने 21-7 21-7 से जीत हासिल की। जीत के बाद सिंधु ने बयान देते हुए बताया कि उनकी जीत आलोचकों को करारा जवाब है। उन्होंने कहा कि मैंने अपने रैकेट से सभी आलोचकों को जवाब दे दिया है।
सिंधु ने कहा, 'यह मेरा उन लोगों को जवाब है जो बार-बार सवाल पूछ रहे थे। मैं सिर्फ अपने रैकेट से जवाब देना चाहती थी और इस जीत के साथ मैं ऐसा करने में सफल रही।' उन्होंने कहा, 'पहले विश्व चैंपियनशिप फाइनल के बाद मुझे काफी बुरा लग रहा था और पिछले साल मैं नाराज थी, दुखी थी। मैं भावनाओं से गुजर रही थी, खुद से पूछ रही थी 'सिंधू तुम यह एक मैच क्यों नहीं जीत पा रही हो'? लेकिन आज मैंने खुद से अपना स्वाभाविक खेल दिखाने और चिंता नहीं करने को कहा और यह काम कर गया।'
पीवी सिंधु की विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप जीत पर क्या बोलीं उनकी मां
उन्होंने आगे कहा कि सभी लोग चाहते थे कि मैं यह जीत दर्ज करूं। रियो ओलंपिक में रजत पदक के बाद मेरे से काफी उम्मीदें थी। जब भी मैं किसी टूर्नामेंट में जाती थी तो लोग मेरे स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद करते थे। सिंधु ने कहा, 'एक साल बाद मैंने भी सोचा कि मैं क्या कर सकती हूं और अन्य के बारे में सोचने की जगह मैंने सोचा कि मुझे सिर्फ अपने लिए खेलना चाहिए और अपना शत प्रतिशत देना चाहिए और मैं स्वत: ही जीत जाऊंगी क्योंकि अन्य के बारे में सोचने से मेरे ऊपर अतिरिक्त दबाव बनता है।'
विश्व चैंपियनशिप के बाद तोक्यो ओलंपिक 2020 को लेकर सिंधु ने कहा, 'लोग पहले ही पूछने लगे हैं सिंधु तोक्यो 2020 में स्वर्ण पदक को लेकर क्या विचार है?'उन्होंने कहा, 'ओलिंपिक काफी दूर नहीं है लेकिन इस समय मैं कदम दर कदम आगे बढ़ना चाहती हूं। मुझे पता है कि ओलंपिक क्वालीफिकेशन चल रहा है लेकिन उम्मीद करती हूं कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगी लेकिन फिलहाल मैं सिर्फ इसका लुत्फ उठाना चाहती हूं और किसी और चीज के बारे में नहीं सोचना चाहती।'