नई दिल्ली। इंग्लैंड के बर्मिंघम में 6 मार्च से ऑल इंग्लैंड बैडमिंटम चैंपियनशिप शुरू हो गई। बैडमिंटन के सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंटों में शामिल इस प्रतियोगिता से भारत के लिए बुरी खबर आ रही है। भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू को ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के महिला एकल के पहले दौर के कड़े मुकाबले में कोरिया की सुंग जी ह्युन के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा है। आपको बता दें भारत की दो शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और साइना नेहवाल को इस प्रतियोगिता में कड़ा ड्रा मिला था।
सिंधू इस मैच में सुंग जी के खिलाफ आठ जीत और छह हार के रिकॉर्ड के साथ उतरीं थी लेकिन कोरिया की खिलाड़ी ने एक बार फिर भारतीय खिलाड़ी को परेशान करते हुए 81 मिनट में जीत दर्ज की। इस हार के साथ ही सिंधु का सफर यहीं पर समाप्त हो गया है। इसके अलावा भारत की दूसरे दिग्गज महिला बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने स्कॉटलैंड की क्रिस्टी गिलमौर को सिर्फ 35 मिनट में 21-17, 21-18 से हराया। इसके अलावा पुरुष श्रेणी में भारत के एक अन्य स्टार शटलर किदांबी श्रीकांत ने फ्रांस के ब्रिस लेवरडेज को 21-13, 21-11 से मात दी। यह मैच 30 मिनट तक चला। इन जीतों के साथ ये अगले राउंड में पहुंच गए हैं।
ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिपः 18 साल के सूखे को खत्म करने की जिम्मेदारी साइना और सिंधु पर
बता दें भारत लगभग पिछले दो दशकों से इस प्रतियोंगिता में खिताब जीतने का इंतजार कर रहा है। इससे पहले टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद 2001 में ऑल इंग्लैंड खिताब जीतने वाले आखिरी भारतीय खिलाड़ी थे। आपको बता दें कि विश्व बैडमिंटन महासंघ की विश्व रैंकिंग में शीर्ष 32 में शामिल खिलाड़ियों को ही इस टूर्नामेंट में जगह मिलती है। भारत के तीन खिलाड़ी इस फेहरिस्त में शामिल हैं। इनमें सिंधु और साइना के अलावा पुरुष सिंगल्स में किदांबी को सातवीं वरीयता मिली है।