नई दिल्ली। वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत के सभी खिलाड़ियों की चुनौती खत्म हो गई है। पीवी सिंधु ने जोरदार खेल दिखाते हुए भारत की उम्मीदें जिंदा रखी है। सिंधु के पास फाइनल में इतिहास रचने के अलावा स्पेन की खिलाड़ी कैरोलिना मारिन के खिलाफ हिसाब बराबर करने का मौका होगा। पीवी सिंधु ने सेमीफाइनल मुकाबले में दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी अकाने यामागुची को हराकर फाइनल में अपनी जगह बनाई है।
इन रिकॉर्ड पर होगी निगाहें:
अभी तक कोई भी भारतीय खिलाड़ी विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक नहीं जीत सका है, ऐसे में सिंधु अगर स्वर्ण जीतने में सफल रहती हैं तो वह इतिहास रच देंगी। इसके साथ ही उनके पास मौका होगा कैरोलिना मारिन के खिलाफ हिसाब बराबर करने का।
विश्व चैंपियनशिप में यह दूसरी भिड़ंत:
कैरोलिना मारिन और पीवी सिंधु के बीच मैच रोमांचक होने की उम्मीद है।दोनों के बीच अभी तक कुल 11 मुकाबले खेले गए हैं। जिसमें से छह में मारिन को जीत मिली है।वहीं पांच बार सिंधु उन्हें शिकस्त देने में सफल रही हैं। विश्व चैंपियनशिप में दोनों की यह दूसरी भिड़ंत होगी। इससे पहले सिंधु और मारिन 2014 में खेली गई विश्व चैंपियनशिप में मारिन ने सिंधु को मात दी थी।