नई दिल्ली। बुधवार से शुरू हो रहे कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए बड़ी और राहत भरी खबर सामने आ रही है। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में होने जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 से पहले आयोजकों ने बैंडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (बीडब्ल्यूएफ) के प्रायोगिक सर्विस नियम को लागू करने से मना कर दिया है।
नए सर्विस नियम के तहत सर्विस के समय शटल जमीन से 1.15 मीटर ऊपर होनी चाहिए। यह प्रयोग मार्च में ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में किया गया था। जिसका भारतीय खिलाड़ियों के अलावा डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन और दो बार के ओलिंपिक चैंपियन चीन के लिन डैन जैसे सितारों ने इसका विरोध किया था।
राष्ट्रमंडल खेल पुराने नियमों के तहत ही खेले जायेंगे जिसमें सर्विस के वक्त शटल कमर की ऊंचाई के बराबर होनी चाहिये। पी वी सिंधु ने ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप जैसे बड़े टूर्नमेंट में यह प्रयोग करने के लिये बीडब्ल्यूएफ की आलोचना की थी। हालांकि अब कॉमनवेल्थ गेम्स में पुराने नियम ही लागू होंगे।
दरअसल खिलाड़ी नए नियमों के विरोध के बजाय ये कह रहे थे कि उन्हें इसके अनुकूल ढलने के लिये समय दिया जाना चाहिए। सिंधु का भी मानना था कि खिलाड़ियों को इसके अनुकूल ढलने के लिये समय दिया जाना चाहिए। राष्ट्रमंडल खेलों में बैडमिंटन स्पर्धायें पांच अप्रैल से शुरू होगीं।