इस जीत के साथ ही सिंधु ने खिताब जीतने की उम्मीदों को और परवान चढ़ा दिया है। अभी तक कोई भी भारतीय महिला खिलाड़ी ऐसा कारनामा नहीं कर सकी है। पहला गेम हारकर सिंधु ने अपने प्रशंसकों को निराश किया, लेकिन अगले दो गेमों में उन्होंने ओकुहारा को शिकस्त देकर सेमीफाइनल में कदम रखा। पहले गेम में सिंधु ने 17-16 से आगे थीं, लेकिन जापानी खिलाड़ी ने वापसी करते हुए स्कोर 18-18 से बराबर कर लिया और फिर 22-20 से गेम अपने नाम करने में सफल रहीं। दूसरे गेम में भी कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई। सिंधु ने अच्छी शुरुआत करते हुए 3-1 की बढ़त ले ली थी लेकिन ओकुहारा ने स्कोर 3-3 से बराबर कर लिया। यहां से एक-एक अंक के लिए रोचक मुकाबला हुआ।
इससे पहले गुरुवार को ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु थाईलैंड की निश्चोन जिंडापोल को हराकर ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई थी। दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी सिंधु ने एक घंटे सात मिनट तक चला मुकाबला 21-13, 13-21, 21-18 से जीता था। 2013 की चैम्पियन इंतानोन रेचानोक के पहले दौर में बाहर होने के बाद जिंडापोल पर बड़ी जिम्मेदारी थी। उसने बेहतरीन खेल भी दिखाया लेकिन सिंधु हमेशा एक कदम आगे ही रही।