नई दिल्ली: भारतीय स्टार शटलर पीवी सिंधु ने रविवार (25 अगस्त) को स्विट्जरलैंड के बासेल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-7, 21-7 से हराकर इतिहास रच दिया। इसके साथ ही सिंधु ने यह अपना पहला विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप खिताब हासिल किया है। इसके साथ ही वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं।
एक तरह से, यह सिंधु ने इस मैच में अपना बदला पूरा कर लिया। बता दें कि सिंधु ग्लासगो में आयोजित 2017 विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में ओकुहारा से 19-21, 22-20, 20-22 से हार गई थी।
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सिंधु ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में पिछले दो संस्करणों में लगातार दो सिल्वर मेडल जीतने के अलावा दो कांस्य भी जीते हैं।साल 2013 और 2014 में सिंधु ने इस इवेंट में कांस्य पदक और 2017, 2018 में सिल्वर मेडल जीता था लेकिन सिंधु इस मैच में अपने खेल को दुनिया की नंबर 4 खिलाड़ी ओकुहारा के खिलाफ एक पायदान ऊपर उठाया और इतिहास रच दिया।
PV Sindhu won the World Championships title🏆 defeating Japan's Nozomi Okuhara in the final.#Sindhu defeated her Japanese opponent 21-7, 21-7. pic.twitter.com/MyNOozUClz
— All India Radio News (@airnewsalerts) August 25, 2019
यह एक सबसे अधिक एकतरफा विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल रहा, जिसमें सिंधु ने अपनी प्रतिद्वंद्वी के सामने महज 36 मिनट का समय लिया।
सिंधु ने कहा, "यह पदक मैंने अपनी मां को समर्पित किया है। आज उनका जन्मदिन है। मेरे कोच पुलेला गोपीचंद और मेरे सहयोगी स्टाफ का बहुत बड़ा शुक्रिया।"
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सिंधु ने कहा, "यह पदक मैंने अपनी मां को समर्पित किया है। आज उनका जन्मदिन है। मेरे कोच पुलेला गोपीचंद और मेरे सहयोगी स्टाफ का बहुत बड़ा शुक्रिया।" इससे पहले सेमीफाइनल में उन्होंने चीन की दुनिया की नंबर 3 खिलाड़ी चेन यू फी को ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियन में 21-7, 21-14 से हराया था। जबकि ओकुहारा ने थाईलैंड की रतनचोक इनटन को 17-21, 21-18, 21-15 से हराया।
जोरदार जीत के साथ, 24 वर्षीय सिंधु ने ओकुहारा के खिलाफ अपने हेड टू हेड रिकॉर्ड को 9-7 सुधार लिया है। सिंधु ने पिछले महीने इंडोनेशिया ओपन के फाइनल मैच में भी हराया था और बेसेल में ऐसा लग रहा था जैसे उन्होंने वहीं से अपना खेल जारी किया है।
यह विश्व चैंपियनशिप 2019 में भारत का दूसरा पदक था। इससे पहले पुरुष वर्ग में, बी साई प्रणीत कांस्य पदक चुके हैं।