मुंबई। रियो ओलंपिक में भारत के लिए रजत पदक हासिल करने वाली पीवी सिंधु की कामयाबी पर उनके कोच पुलेला गोपीचंद की पत्नी पीवीवी लक्ष्मी ने बताया कि सिंधु को जो कोच मिला है, वो मुझे नहीं मिल सका और वह कोच मेरे पति है।
बता दें कि लक्ष्मी भी 1996 के अटलांटा ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं।
हैदराबाद में बैडमिंटन अकादमी चलाने में पति का सहयोग करने वाली लक्ष्मी ने बताया कि जो हम नई पीढ़ी को आज दे रहे हैं, वो सुविधाएं हमारे पास नहीं थी। उन्होंने कहा कि सिंधु के पास मेरे पति जैसा कोच है, जो मेरे पास नहीं था।
तस्वीरों में देखिए लोगों ने कैसे पीवी सिंधु को सर आंखों पर बिठाया
लक्ष्मी ने कहा कि ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन न कर पाने पर खिलाड़ियों की आलोचना नहीं करनी चाहिए क्योंकि भारत के पास ढ़ांचागत सुविधाए नहीं है।
पूर्व ओलंपियन लक्ष्मी ने अंग्रेजी अखबार मुंबई मिरर को बताया कि हम इस कोशिश में जुटे हैं कि ट्रेनिंग में आने वाले बच्चों की मुश्किलें दूर कर सकें, जिनका हमने सामना किया था। पहले तो स्टेडियम कई राजनीतिक कार्यक्रमों के चलते खाली नहीं होते थे। एक बार तो पूरा स्टेडियम इसलिए बंद था क्योंकि वहां बैलेट बॉक्स रखे हुए थे।
जब सेमीफाइनल में पिछड़ रही थी सिंधु, तो कोच ने कान में क्या कहा?
दो बार स्टेट बैडमिंटन चैंपियन लक्ष्मी ने बताया कि वो ऐसी महिला नहीं है जिनके बारे में यह कहा जाता है कि पुरुष की कामयाबी में महिला का हाथ होता है। वो इससे अलग हैं। वो एक साथ कई काम करती हैं। मां है, गृहणी हैं, प्रोफेशनल हैं और पुलेला गोपीचंद का सपोर्ट सिस्टम हैं।