नई दिल्ली: लंदन ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल इस समय स्पोर्ट्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (साई) से ज्यादा खुश नहीं हैं, साथ ही वे भारतीय बैडमिंटन एसोसिएशन (BAI) से भी नाराज हैं क्योंकि उनको वे कारण समझ नहीं आ रहे हैं कि जिनके चलते उनके पति पारुपल्ली कश्यप को एसोसिएशन ने बाहर करने का फैसला किया है।
कश्यप का नाम टोक्यो ओलंपिक के संभावितों से बाहर कर दिया गया है, जैसा की बताया जा रहा है। जबकि संभावितों को पुलेला गोपीचंद अकादमी, हैदराबाद में अपनी ट्रेनिंग को फिर से शुरू करने की इजाजत दे दी गई है।
साइना और कश्यप कुछ अन्य राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के साथ गोपीचंद अकादमी के पास एक अलग बैडमिंटन सुविधा में प्रशिक्षण ले रहे हैं, जिसमें आठ में से केवल चार (पीवी सिंधु, किदांबी श्रीकांत, बी साई प्रणीत और एन सिक्की रेड्डी) नेशनल लेवल के प्लेयर शामिल हैं।
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साइना और कश्यप दोनों का मानना है कि कश्यप के पास अभी भी टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का बाहरी मौका है।
टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, साइना ने व्यक्तिगत रूप से अनुरोध किया था कि उनके पति को उनके साथ राष्ट्रीय शिविर में प्रशिक्षण देने की अनुमति दी जाए, लेकिन उन्हें अनुकूल प्रतिक्रिया नहीं मिली। कश्यप ने SAI और BAI को भी एक मेल लिखा था, जिसमें ओलंपिक संभावित खिलाड़ियों की सूची से उनको मिस करने पर सवाल उठाया गया था।
उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके पास टोक्यो खेलों के लिए क्वालीफाई करने का एक बाहरी मौका है लेकिन उनके पास इसे आगे बढ़ाने का कोई रास्ता नहीं है क्योंकि वह शिविर में प्रशिक्षण नहीं ले सकते।
अन्य ओलंपिक संभावितों में, चिराग और सातविकसाईराज की पुरुष युगल जोड़ी, जो वर्तमान में क्रमशः मुंबई और अमलापुरम (आंध्र प्रदेश) में हैं, कोविद -19 खतरे से सावधान हैं और शिविर में जाने का निर्णय लेने से पहले कुछ दिन इंतजार करने का फैसला किया है। महिला युगल खिलाड़ी पोनप्पा, जो अंतरराष्ट्रीय सर्किट में सिक्की की साझीदार हैं, अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर में पर्याप्त स्पष्टता होने पर इसमें शामिल होंगी। बैंगलोर की ये शटलर वर्तमान में प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी में प्रशिक्षण ले रही हैं।