नई दिल्ली। चोटों से उबरकर पूर्व राष्ट्रीय चैंपियन सौरभ वर्मा ने शानदार वापसी करते हुए 75000 डालर इनामी रूस ओपन टूर सुपर 100 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में जापान के कोकी वतानाबे को हरा दिया। इस मैच में उन्होंन पहला गेम गंवाया लेकिन इसके बाद उन्होंने विपक्षी खिलाड़ी को हराते हुए इस सत्र का अपना पहला खिताब जीता।
25 वर्षीय भारतीय ने स्पोर्ट हॉल ओलंपिक में एक घंटे तक चले फाइनल में विश्व में 119वें नंबर के वतानाबे को 19-21, 21-12, 21-17 से हराया।
रोहन कपूर और कुहू गर्ग बने उप विजेता:
मिश्रित युगल में हालांकि रोहन कपूर और कुहू गर्ग की दूसरी वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी को फाइनल में रूस के व्लादीमीर इवानोव और कोरिया की मिन कियुंग किम के हाथों 19-21, 17-21 से हार का सामना करना पड़ा।
पहले गेम के बाद शानदार वापसी:
सौरभ पहले गेम में शुरू से ही वतानाबे से पिछड़ गये थे। जापानी खिलाड़ी ने 2-0 से शुरुआत की और इंटरवल तक वह 11-5 से आगे थे। भारतीय खिलाड़ी ने वापसी करके स्कोर 11-12 किया लेकिन वतानाबे जल्द ही 18-13 से बढ़त बना गये।दूसरे गेम में सौरभ ने अपनी गलतियों में कटौती की ओर 7-3 से बढ़त बना ली। वह ब्रेक तक 11-6 से आगे थे। इसके बाद भी उन्होंने अच्छा प्रदर्शन जारी रखा और दूसरा गेम जीतकर मैच को बराबरी पर ला दिया।
निर्णायक मुकाबले में वतानाबे ने शुरू में 9-3 से बढ़त बनायी और वह इंटरवल तक 11-7 से आगे थे। लेकिन सौरभ ने जज्बा दिखाया और जल्द ही स्कोर 15-15 से बराबर कर दिया। जब स्कोर 17-17 पर था तब सौरभ ने लगातार चार अंक बनाकर खिताब अपने नाम किया।