नई दिल्ली| भारत की शीर्ष युगल बैडमिंटन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा ने बुधवार को कहा कि इंडियन बैडमिंटन लीग (आईबीएल) की नीलामी बेहतर तरीके से आयोजित की जा सकती थी और खिलाड़ियों के सम्मान की रक्षा की जा सकती थी।
सोमवार को हुई नीलामी के दौरान आयोजकों को बाध्य होकर छह में से दो आयकन खिलाड़ियों-ज्वाला और अश्विनी पोनप्पा के खिलाफ नियमों में बदलाव किया और इनकी आधार कीमत कम की। इन खिलाड़ियों को पहले चरण की नीलामी में किसी टीम ने नहीं खरीदा था।
अधार कीमत कम किए जाने के बाद इन्हें खरीदा गया। दोनों की आधार कीमत 50 हजार डॉलर थी लेकिन चूंकि ये एकल खिलाड़ी नहीं हैं, लिहाज किसी फ्रेंचाइजी ने इतनी कीमत पर इनमें रुचि नहीं दिखाई।
अजहर की करीबी ज्वाला करेंगी आयटम नंबर
ज्वाला को दिल्ली स्मैशर्स ने 31 हजार और पोनप्पा को पुणे पिस्टंस ने 25 हजार डॉलर में अपने साथ जोड़ा। बाद में आईबीएल ने कहा कि वह इन्हें हुए नुकसान की भरपाई करेगा और ज्वाला को अपनी ओर से 19 हजार और पोनप्पा को 25 हजार डॉलर देगा।
तमाम विवाद को लेकर ज्वाला काफी नाराज नजर आईं। यह विवाद उन्हें बेइज्जती के समान लगा। ज्वाला ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "मैं उम्मीद कर रही थी कि हमें कोई अंतिम समय का फैसला लेने से पूर्व सूचित किया गया होता। मैं नुकसान होने से निराश नहीं हूं। मेरा मानना है कि पूरे मामले को अच्छे तरीके से सम्भाला जा सकता था।"
ज्वाला मानती हैं कि अगर मीडिया ने इस बात को उछाला है तो यह सिर्फ और सिर्फ आईबीएल की गलती है और उसे इसे स्वीकार करना चाहिए।
ज्वाला ने कहा कि विवादों के बावजूद वह आईबीएल में खेलना जारी रखेंगी क्योंकि वह देश की राजधानी में खेल रही होंगी और स्मैशर्स से जुड़कर खुश हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।