टोक्यो: भारत की पीवी सिंधु ने इतिहास रच दिया है। ये केवल बैडमिंटन नहीं बल्कि समचे भारतीय खेल इतिहास में नया चैप्टर लिखा गया है। वे भारतीय खेलों में ऐसी पहली महिला बन गईं हैं जिन्होंने दो बार ओलंपिक में मेडल लाने की उपलब्धि हासिल की है। ये सिंधु का लगातार दूसरा ओलंपिक मेडल है। इससे पहले उन्होंने रियो ओलंपिक में भी सिल्वर मेडल जीता था।
साथ ही वे ऐसी केवल दूसरी भारतीय बन गईं हैं जिन्होंने ओलंपिक खेल में ऐसा करके दिखाया। उनसे पहले सुशील कुमार रेसलिंग में 2008 बीजिंग ओलंपिक में कांस्य और 2012 लंदन ओलंपिक में सिल्वर जीत चुके हैं।
सिंधु ने बिंग जियाओ को सीधे सेटों में मात देते हुए 21-13, 21-15 से कांस्य पदक का मैच अपने नाम करके यह कीर्तिमान अपने नाम किया। चीनी ताइपे की ताई त्ज़ु-यिंग से महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल में हारने वाली सिंधु ने शुरुआत से ही मैच को कंट्रोल किया और चीनी प्रतिद्वंद्वी को काबू में करने के लिए अपने शक्तिशाली स्मैश का इस्तेमाल किया।
Tokyo 2020: पीवी सिंधु ने जीता कांस्य पदक, ओलंपिक में भारत के नाम हुआ तीसरा मेडल
ये टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए तीसरा मेडल है, खास बात यह है तीनों मेडल भारतीय महिला खिलाड़ियों ने ही दर्ज किए हैं। इससे पहले मीराबाई चानू वेटलिफ्टिंग में सिल्वर ले चुकी हैं और लवलीना बॉक्सिंग में कांस्य पदक पक्का कर चुकी हैं, जिसका रंग बदलने के लिए वे सेमीफाइनल में उतरेंगी।
इस ओलंपिक से पहले भारतीय महिलाओं में कर्णम मल्लेश्वरी 2000 में, साइना नेहवाल 2012 में, मैरी कॉम 2012 में, पीवी सिंधु और साक्षी मलिक 2016 में मेडल जीत चुकी हैं।
यहां महिला सिंगल्स में पीवी सिंधु द्वारा जीते गए प्रमुख सम्मानों की पूरी सूची है:
ओलिंपिक खेल-
2016 - रजत
2020 - कांस्य
विश्व चैंपियनशिप
2013 - कांस्य
2014 - कांस्य
2017 - सिल्वर
2018 - सिल्वर
2019 - गोल्ड
राष्ट्रमंडल खेल
2014 - कांस्य
2018 - सिल्वर
एशियाई खेल
2018 - सिल्वर
बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर
1 स्वर्ण और 4 रजत
बीडब्ल्यूएफ सुपरसीरीज
3 स्वर्ण और 4 रजत
बीडब्ल्यूएफ ग्रांड प्रिक्स
6 स्वर्ण और 3 रजत