नई दिल्ली। भारत की स्टान बैडमिंटन महिला खिलाड़ी पीवी सिंधु ने र्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल में चीन की यू फेई को हरा दिया है। इस टूर्नामेंट में सिंधु ने लगातार तीसरी बार फाइनल में जगह बनाई। इससे पहले 2018 में उन्हें स्पेन की कैरोलिना मरीन और 2017 में जापान की नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ खिताबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था। अब उन्होंने यू फेई को सेमीफाइनल में 21-7, 21-14 से हराकर फिर फाइनल में जगह बनाई है। यह मुकाबला 40 मिनट तक चला।
सिंधु ने पहला गेम महज 15 मिनट में ही अपने नाम कर लिया। उन्होंने 8-3 से बढ़त बनाई। पहले गेम में ब्रेक तक वह यू फे के खिलाफ 11-3 से आगे थीं। सिंधु ने इसके बाद तीन अंक और जीते। वह लगातार छह अंक जीतकर 14-3 से आगे थीं। इसके बाद यू फेइ ने एक अंक जीतकर इस सिलसिले को थोड़ी ब्रेक लगाई। लेकिन सिंधु ने उन्हें वापसी का कोई मौका नहीं दिया और 21-7 से गेम अपने नाम किया। दूसरे गेम में फेई थोड़ी टक्कर देती दिखीं। जब सिंधु 9-4 से आगे थीं तब यू फे ने मैच में पहली बार लगातार दो अंक बटोरे। सिंधु दूसरे गेम में ब्रेक में 11-7 से आगे थीं। इसके बाद सिंधु ने लगातार अच्छे शाॅट खेलते हुए 21-14 से मैच अपने नाम कर लिया।
दुनिया की सबसे अमीर बैडमिंटन खिलाड़ी बनी पीवी सिंधु, दर्ज हुई इतनी कमाई
रविवार को फाइनल में सिंधु का मुकाबला थाईलैंड की रतचनोक इंतानन या जापान की नोजोमी ओकुहारा में से किसी एक के साथ होगा। सिंधु वर्ल्ड रैंकिंग में पांचवें और यू फेई तीसरे स्थान पर हैं। दोनों के बीच अब तक 9 मैच खेले गए। इनमें सिंधु ने 6 बार जीत दर्ज की। यू फेई को सिर्फ तीन मुकाबलों में सफलता मिली। सिंधु ने दोनों के बीच हुए पिछले मैच में भी जीत हासिल की थी।
सिंधु ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में दूसरी सीड ताइपे की ताई जू यिंग को 12-21, 23-21, 21-19 से हराया था। सिंधु 2018 और 2017 में रजत पदक जीती थीं। वहीं, 2013 और 2014 में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा था।
इस जीत के साथ ही पीवी सिंधु ने पांचवीं बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपना पदक किया है। साथ ही उन्होंने चीन की महान खिलाड़ी जैंग निंग के पांच वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडल की बराबरी भी कर ली है। इससे पहले सिंधु छह बार वर्ल्ड चैंपियनशिप के क्वार्टरफाइनल तक का सफर करने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनी थीं। रविवार को होने वाले फाइनल मुकाबले में अगर सिंधु गोल्ड जीत लेती हैं तो वो भारत के बैडमिंटन इतिहास में वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन जाएंगी।
वहीं पुरूष एकल में साई प्रणीत वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए। उन्हें जापान के केंटो मोमोटा ने 21-13, 21-8 से हराकर बाहर कर दिया। हार के बावजूद प्रणीत ने इतिहास रच दिया, वह 36 साल बाद वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के पुरुष सिंगल में पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए। इनसे पहले दिग्गज प्रकाश पादुकोण ने 36 साल पहले 1983 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था।