नई दिल्ली। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को गुवाहाटी में एक सम्मान कार्यक्रम के दौरान ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन को सम्मानित किया और स्टार इंडिया बॉक्सर से असम पुलिस में डीएसपी के रूप में शामिल होने का ऑफर भी दिया। हिमंत बिस्वा सरमा ने आगे कहा कि असम सरकार लवलीना को पेरिस ओलंपिक तक 1 लाख रुपये की मासिक आर्थिक सहायता देगी। सरमा ने कहा कि असम के गोलाघाट जिले के सौपाथर में लवलीना बोरगोहेन के नाम पर 25 करोड़ रुपये का खेल परिसर बनाया जाएगा।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया, बोरगोहेन गुरुवार को गर्मजोशी से स्वागत के साथ गुवाहाटी पहुंचे। बोरगोहेन, जिन्होंने वेल्टरवेट (69 किग्रा) कांस्य पदक जीता, को राज्य सरकार ने दोपहर में सम्मानित किया। सरमा के साथ खेल मंत्री बिमल बोरा भी थे। 23 वर्षीय मुक्केबाज बोरगोहेन का राज्यपाल जगदीश मुखी से भी मिलने का कार्यक्रम है।
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हालांकि, वह इस यात्रा के दौरान गोलाघाट में अपने गांव बारोमुखिया नहीं जाएंगी, बल्कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के लिए दिल्ली लौटेंगी जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओलंपिक पदक विजेताओं से मिलने वाले हैं। असम के गोलाघाट जिले के छोटे से बरो मुखिया गांव की। लवलीना बोरगोहेन ओलंपिक पोडियम पर अपना सफर समाप्त करने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज बन गई। उनसे पहले छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरी कॉम और विजेंदर सिंह भी ओलंपिक में मेडल जीत चुके हैं। यही नहीं वह 125 साल के ओलंपिक इतिहास में असम की पहली एथलीट हैं, जिन्होंने पदक जीता है। साथ ही असम की भी पहली महिला मुक्केबाज हैं जिन्होंने ओलंपिक में अपना दम दिखाया। लवलीना के मेडल जीतने से उनके गांव का नक्शा बदल गया जो कई सालों से पक्की सड़क बनने का ख्वाब देख रहा था, जिससे अब असम सरकार ने पूरा कर दिया।