करता है मरने का मन
टायसन से सवाल किया गया कि बॉक्सिंग रिंग में कभी ऐसा अहसास किया कि ये खेल कितना खतरनाक है। इसका जवाब देते हुए टायसन ने कहा कि मैं इस बात से पूरी तरह वाकिफ था कि फाइट या ट्रेनिंग के दौरान मेरी जान जा सकती है। मगर मैं इससे कभी डरा नहीं, क्योंकि मैं सोचता था कि अगर किसी की भी मौत होगी तो मैं उसे मारने वाला होउंगा, मरने वाला नहीं। ये आत्मविश्वास ही बचे रहने का तरीका है। मगर अब अपने अनुभव और विश्वास के आधार पर मैं कहा सकता हूं कि जितना अधिक मुझे वजूद न होने के मायने पता चलते हैं, उतना ही अधिक मेरा मर जाने का मन करता है।
जीना एक संघर्ष है
टायसन जब 20 साल के थे तो उनपर रेप का आरोप लगा था। उन्हें 6 साल की सजा सुनाई गई लेकिन तीन साल बाद ही पैरोल पर बाहर आ गए थे। उस दाैर को याद करते हुए टायसन ने कहा, ''भावुक टायसन ने कहा, जीना एक सफर है, संघर्ष है। लोगों के पास सब कुछ होता है, लेकिन फिर भी वो संघर्ष करते हैं। हम खुद को बहुत अधिक गंभीरता से लेते हैं। हम सोचते हैं कि हम कुछ हैं, हम खास हैं। जबकि सच्चाई यही है कि हम कुछ नहीं हैं।'' टायसन को एक समय में दुनिया का सबसे बुरा इंसान करार दिया गया था। उन्होंने कहा, ''आप जेल जाने के काबिल हैं, आप मरने के काबिल हैं, आपके साथ खराब व्यवहार किया जाता है। मैंने कभी ये नहीं सोचा था कि मेरे साथ ऐसा होगा। मगर जब ऐसा हुआ तो मुझे समझ आई और अब मैं इसे संभाल सकता हूं।''
कभी कहा था ऐसा
माइक टायसन ने महज 20 साल की उम्र में हैवीवेट चैंपियन होने का तमगा हासिल कर लिया था। हालांकि एक महीने का भी वक्त नहीं बीता जब 53 साल के माइक टायसन ने रोते हुए कहा था कि वो दिन अब चले गए। मैं अब कुछ भी नहीं हूं। मैं विनम्रता से जीना सीख रहा हूं। यही वजह है कि मैं रो रहा हूं क्योंकि मैं अब वो इंसान नहीं हूं जो मैं हुआ करता था। मैं उस वक्त को याद करता हूं। अपने कैरियर में 300 मिलियन डॉलर की कमाई के बावजूद माइक टायसन साल 2003 में दिवालिया हो गए थे।