नई दिल्ली: बॉक्सिंग समुदाय को झटका देने वाली खबर के तहत भारत की शीर्ष महिला मुक्केबाज नीरज डोप टेस्ट में फेल हो गईं हैं जिसके चलते उनको अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है। नीरज 57 किलोग्राम भार वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व करती हैं और उनको लिगांड्रोल और अन्य एनाबालिक स्टेरायड के सेवन का दोषी पाया गया। नीरज अपनी श्रेणी में देश के टॉप मुक्केबाजों में शामिल हैं। उन्होंने इसी साल बुल्गारिया में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में कांस्य और रूस में एक टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता था।
नेशनल एंटी-डोपिंग एजेंसी (NADA) ने 24 सितंबर को दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में एक आउट-ऑफ-कॉम्पिटिशन टेस्ट के दौरान नीरज का नमूना एकत्र किया। नतीजों की रिपोर्ट, 3 नवंबर को दी गई जो कतर की एंटी-डोपिंग प्रयोगशाला से प्राप्त किया गया था।
नाडा के एक फेसबुक पोस्ट में कहा गया है, "नीरज को नाडा के डोपिंग रोधी नियम 2015 के उल्लंघन के बारे में अधिसूचित किया गया था और 13 नवंबर से अनंतिम रूप से निलंबित कर दिया गया था।"
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"नीरज ने 27 नवंबर को नाडा कार्यालय में खुद को प्रस्तुत किया और एक पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें उसने अपना नमूना परिणाम स्वीकार किया और प्रयोगशाला में दूसरा नमूना परीक्षण नहीं करने का अनुरोध किया। जैसा कि उनके द्वारा अनुरोध किया गया है, इस मामले को शीघ्र सुनवाई के लिए एंटी-डोपिंग अनुशासनात्मक पैनल के लिए भेजा गया है। "
हालांकि नीरज डोप टेस्ट के सकारात्मक परीक्षण की खबर पर कुछ अंदरूनी लोगों को आश्चर्य नहीं हुआ है।
स्पोर्ट्स स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक एक पूर्व राष्ट्रीय कोच ने इस बारे में बात करते हुए बताया है, "नीरज एक बहुत ही प्रतिभाशाली मुक्केबाज है, जो अपने पैरों पर तेज है और अच्छा स्टेमिना रखती हैं। कुछ साल पहले वह मैरी कॉम के लिए भी खतरा बन गई थी। लेकिन 2016 में वह अधिकारियों के परीक्षण के दौरान बिना किसी को बताए राष्ट्रीय शिविर से गायब हो गई थी।"
"वह कुछ दिनों बाद वापस लौटी जब उसे पता चला कि इसके बारे में पुलिस शिकायत दर्ज की गई थी। और हरियाणा में महिला मुक्केबाजों को अक्सर प्रदर्शन बढ़ाने के लिए क्या सामान लेना है, इसकी जानकारी पुरुषों से मिलती है। "
इस बीच, भारतीय मुक्केबाजी के उच्च प्रदर्शन निदेशक, रैफेल बर्गमैस्को ने कहा कि खबर परेशान करने वाली घटना है तो वहीं भारतीय महिला मुक्केबाजी के मुख्य कोच पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अली क़मर ने कहा कि मुक्केबाज़ों के बीच डोपिंग के बारे में अधिक जागरूकता होनी चाहिए।