नई दिल्लीः थमारासरी की मूल निवासी लाजवंती ने 12 साल बाद बॉक्सिंग रिंग में वापसी करके सिल्वर मेडल जीता है। उन्होंने यह मेडल मार्च 13 में तिरुवनंतपुरम में आयोजित प्रतियोगिता में जीता था। यह एक स्टेट बॉक्सिंग चैम्पियनशिप थी।
लाजवंती इससे पहले स्कूली, कॉलेज और नेशनल लेवल पर कई मेडल जीत चुकी हैं। उन्होंने 2008 में जूनियर वूमेन कैटेगरी ऑफ नेशनल चैम्पियशिप में मेडल जीता था और फिर नेशनल कैम्प में उनका चयन हो गया था। उनको चोटों और आर्थिक समस्याओं के चलते यह फील्ड से कदम वापिस खींचने पड़ गए थे।
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उन्होंने अब 30 साल की उम्र में तब ग्रांड एंट्री की है जब वे तीन बच्चों की मां बन चुकी हैं। फिलहाल वे एक फिटनेस ट्रेनर के तौर पर काम कर रही हैं। हालांकि उनको खेल कोटा के तहत कोई भी नौकरी नहीं मिली, लेकिन उनको उम्मीद है कि वे राज्य में पहली महिला बॉक्सिंग कोच साबित हो सकती हैं। वे पटियाला में नेशनल कोचिंग अकादमी का हिस्सा बनना चाहती हैं, लेकिन ऐसा करने के लिए उनके पास पर्याप्त पैसा नहीं है।
लाजवंती की जीत के दौरान उनके पति अरुण और पांच साल की बेटी भी साथ थी। उनको सिल्वर मेडल मिला। अरुण ने यह भी कहा कि उनको उम्मीद है कि लाजवंती राज्य की पहली महिला बॉक्सिंग कोच बनेंगी।