मैरी कॉम ने कुछ इस तरह घटाया वजनः
गौरतलब हो कि पोलैंड के गिलवाइस में हाल ही संपन्न 13वें सिलेसियन मुक्केबाजी टूर्नामेंट लिए मैरीकाम जब वहां पहुंची तो उनका वजन दो किलो ज्यादा था और टूर्नामेंट के लिए वजन करने के लिए उनके पास चार घंटे का समय था, ऐसे में। उन्होंने ना सिर्फ इस चुनौती को पूरा किया बल्कि टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक भी अपने नाम किया जो इस साल का उनका तीसरा गोल्ड मेडल है।
इस सफलता के बाद मैरी कॉम ने दी कुछ इस तरह प्रतिक्रियाः
इस सफलता के बाद पांच बार की विश्व चैम्पियन मैरी कॉम ने स्वदेश वापसी के बाद कहा, ‘‘ हम लगभग तीन - साढ़े तीन बजे सुबह पोलैंड पहुंचे और टूर्नामेंट के लिए वजन कार्यक्रम सुबह साढ़े सात बजे होना था। मुझे 48 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लेना था और मेरा वजन उससे दो किलो ज्यादा था। मुझे यह वजह घटाना था वरना मैं डिसक्वालिफाई हो जाती। ऐसे में मैने लगातार एक घंटे तक स्कीपिंग (रस्सी कूद) की और फिर मैं वजन के लिए तैयार थी।
रचा इतिहासः
बता दें कि मैरी कॉम इस टूर्नामेंट के सीनियर वर्ग में स्वर्ण जीतने वाली इकलौती भारतीय खिलाड़ी हैं। मैरीकोम दो महीने में 36 साल की हो जाएंगी लेकिन इस मुक्केबाज ने यह साफ कर दिया कि वह 2020 ओलंपिक तक अपना खेल जारी रखेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘ नवंबर में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप मेरा अंतिम टूर्नामेंट नहीं होगा। मैं 2020 ओलंपिक तक कहीं नहीं जा रही बशर्ते मैं फिट रहूं। गौरतलब हो कि उनके जीवन पर फिल्म भी बन चुकी है, और वो 2020 के ओलंपिक में भारत को गोल्ड जिताने वाली प्रबल दावेदार हैं।