नई दिल्लीः एक पेशेवर मुक्केबाज के रूप में विजेंदर सिंह को पहली हार का सामना करना पड़ा है। वे शुक्रवार को पणजी में रूस के अरिष्ट लोपसन के खिलाफ हार गए।
विजेंद्र का मुकाबला जिस बॉक्सर से था वह उनसे 4 इंच लंबा था, 9 साल छोटा था और निश्चित तौर पर कहीं अधिक बेहतर था। विजेंद्र सिंह ने पिछले 15 महीनों से कोई मुकाबला नहीं खेला है और इस वजह से वह 35 साल के बूढ़े बॉक्सर की तरह ही दिखाई दे रहे थे। अब प्रोफेशनल बॉक्सिंग में विजेंद्र सिंह का रिकॉर्ड 12-1 हो गया है। यानी कि बतौर प्रोफेशनल बॉक्सर विजेंद्र को पहली हार मिल गई है।
इस फाइट में विजेंदर सिंह चौथे राउंड में 5 बार नॉक डाउन हुए थे। उनकी हालत ऐसी थी कि उनके कोच जय भगवान उसे बार-बार पूछ रहे थे कि क्या वे आगे खेलना चाहते हैं।
3 बच्चों की मां ने की रिंग में फिर से धमाकेदार एंट्री, स्टेट चैम्पियशिप में जीता सिल्वर मेडल
विजेंद्र ने किसी तरह से चार राउंड तक मुकाबला खींच लिया लेकिन बाद में रशियन विपक्षी के आगे पांच बार घुटने पर आ गए।
विजेंद्र ने शनिवार को कहा, "जीतना और हारना खेल का हिस्सा है। यह बस मेरा दिन नहीं था। मैं हमेशा हार्ड वर्क में विश्वास रखता हूं और मैं रिंग में जल्दी ही मजबूत होकर वापसी करूंगा।"
विजेंदर के वर्ल्ड टाइटल फाइट चांस पर खतरा?
विजेंद्र के लिए विश्व चैंपियनशिप की लड़ाई शुरू होने के बाद से यह यथार्थवादी नहीं थी। जबसे विजेंदर 2015 में प्रोफेशनल बॉक्सर के तौर पर सक्रिय हुए हैं तब से संभावित विश्व खिताब संशय में ही है। विजेंदर ने विश्व मुक्केबाजी संगठन (डब्ल्यूबीओ) का क्षेत्रीय सुपर-मिडिलवेट खिताब (एशिया प्रशांत और ओरिएंटल) जीता, वह पिछले महीने के डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक रैंकिंग में दूसरे स्थान पर थे।
विजेंदर डब्ल्यूबीओ सुपर मिडिलवेट रैंकिंग के ओवरऑल टॉप 15 से बाहर स्थान पर हैं।
विजेंदर के लिए आगे क्या?
विजेंदर अभी भी भारत में बॉब अरुम के टॉप रैंक प्रमोशन और iOS प्रमोशन के साथ साइन्ड है। लेकिन फिलहाल यहां भी मामला काफी पेचीदा है।
विजेंदर जुलाई 2019 में टॉप रैंक के प्रचारित कार्ड पर अमेरिका में लड़े थे। उम्मीद की जा रही थी कि पिछले साल अमेरिका में लड़ेंगे लेकिन महामारी फैलने ने सभी योजनाओं को खत्म कर दिया जाएगा। विजेंदर को बाद में वर्ष में एक फाइट का भरोसा था लेकिन यह नहीं हुआ।
हालांकि, भारत का पहला ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज, लोपसन के खिलाफ रीमैच के लिए तैयार है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार उन्होंने हार के बाद संवाददाताओं से कहा "मैं निश्चित रूप से मजबूत होकर वापस आऊंगा और उसे मास्को में हरा दूंगा।"