नई दिल्ली। भारतीय मुक्केबाज अमित पंघल ने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियशिप के फाइनल मुकाबले में भी हारकर इतिहास रच दिया है। वह 48-52 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बन गए हैं। उन्हें कजाखिस्तान के मुक्केबाज शाखोबिदिन जोईरोव के हाथों 5-0 से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन बावजूद इसके पंघल देश का नाम राैशन कर गए।
पंघल का प्रदर्शन भारत की तरफ से अबतक का सबसे अच्छा प्रदर्शन रहा है। भारत की ओर से अब तक विजेंदर सिंह, शिवा थापा, गौरव और विकास कृष्ण वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में पदक जीत चुके हैं पर इन तीनों को कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा था। विजेंदर ने 2009 में, विकास कृष्णन ने 2011 और शिवा थापा ने 2015 में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया था। गौरव बिधुड़ी ने 2017 में कांस्य जीता था। अमित ने मैच से पहले ही कहा था कि उनके लिए यह मैच चुनाैतीभरा रहेगा क्योंकि वह कभी जोईरोव के खिलाफ लड़े नहीं। पहले राउंड में पंघल ने पंच लगाने की कोशिश की लेकिन सही नहीं लगे।
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वहीं दूसरे दौर में दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे पर तेजी से हमला करने लग पड़े। अमित हड़बड़ी में नजर आए जिसका फायदा जोइरेव ने उठाया। जोईरोव ने अमित से तय दूरी बनाकर चली और मौके मिलने पर काउंटर कर अंक लिए। अमित ने राउंड के आखिरी में बाएं जैब से सटीक पंच लगाए। तीसरे राउंड में दोनों खिलाड़ी और ज्यादा आक्रामक हो गए थे। इस दौर में कई बार दोनों पंच मारने के प्रयास में एक दूसरे से लिपट भी गए जिस पर रैफरी ने उन्हें चेताया। जोइरोव ने कुछ अच्छे पंच जड़े। लेकिन जजों का फैसला आखिरी में सर्वसम्मति से जोइरोव के पक्ष में गया और वह गोल्ज मेडल जीतने में सफल हो गए।