जमुना बोरो ने पदक किया पक्का, सेमीफाइनल में बनाई जगह
भारत की जमुना बोरो ने गुरुवार को दमदार प्रदर्शन करते हुए यहां जारी विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में 54 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। इसी के साथ जुमना ने भारत के लिए एक और पदक पक्का कर लिया है। भारत के प्रतियोगिता में अबतक तीन पदक पक्के कर लिए हैं। जमुना ने क्वार्टर फाइनल मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए जर्मनी की उर्साला गोटलोब को 4-1 से करारी शिकस्त दी।
मैच के पहले राउंड से ही जमुना ने अटैकिंग खेल दिखाया। उन्होंने अपनी मूवमेंट का बेहतरीन उपयोग करते हुए पहले राउंड में विपक्षी खिलाड़ी कई जैब दागे। दूसरे और तीसरे राउंड में भी जमुना अपने जर्मन प्रतिद्वंद्वी पर हावी नजर आई। क्वार्टर फाइनल बाउट के बाद जजों ने भारतीय खिलाड़ी के पक्ष में 30-27, 29-28, 28-29, 29-28, 29-28 से फैसला सुनाया।
सेमीफाइनल में पहुंची मंजू रानी
भारत की महिला मुक्केबाज मंजू रानी ने गुरुवार को सेमीफाइनल में पहुंचकर विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में भारत के लिए एक और पदक पक्का कर लिया है। छठी सीड मंजू ने टॉप सीड उत्तर कोरियाई खिलाड़ी किम ह्यांग मी को 48 किलोग्राम वर्ग में 4-1 से हराया। किम ने नई दिल्ली में आयोजित 2018 संस्करण में कांस्य पदक जीता था।
क्वार्टर फाइनल बाउट के बाद जजों ने मंजू के पक्ष में 29-28, 30-27, 29-28, 28-29, 29-28 से फैसला सुनाया। मंजू का सेमीफाइनल में सामना किससे होगा, यह बुल्गारिया की स्वेदा एसेनोवा और थाईलैंड की चुथामाथ काकसात के बीच होने वाले मुकाबले के बाद तय हो पाएगा।
इतिहास रचने को तैयार मैरी कॉम, ऐसा करने वाली पहली महिला बॉक्सर बनी
भारत की दिग्गज मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने गुरुवार को यहां जारी विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के 51 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। मैरी कॉम ने क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया की इंगोट वालेंसिया को 5-0 से मात दी। सेमीफाइनल में जाकर मैरी ने भारत के लिए एक कम से कम कांस्य पदक पक्का कर लिया है।
48 किलोग्राम भारवर्ग में छह बार विश्व चैम्पियन रह चुकीं मैरी का यह 51 किलोग्राम भारवर्ग में विश्व चैम्पियनशिप में पहला पदक होगा। वह हालांकि, इस भारवर्ग में 2014-एशियाई खेलों में स्वर्ण और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक भी जीत चुकी हैं। साथ ही इसी भारवर्ग में मैरी ने लंदन ओलम्पिक-2012 में कांस्य जीता था। 48 किलोग्राम में उनके मैरी के नाम कुल सात पदक हैं और अब इस पदक को मिलाकर उनके कुल आठ पदक हो जाएंगे। मैरी महिला एंव पुरुष वर्ग दोनों को मिलाकर विश्व चैम्पियनशिप में आठ पदक अपने नाम करने वाली पहली मुक्केबाज हैं।
हार कर क्वार्टर फाइनल से बाहर हुई कविता चहल
भारत की कविता चहल यहां जारी विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में गुरुवार को हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। कविता को 81 प्लस किलोग्राम भारवर्ग के अंतिम-8 के मुकाबले में बेलारूस की कावालीवा कातसियार्ना ने 4-1 से करारी शिकस्त दी। मैच की शुरुआत कविता ने अच्छी की और अपने से लंबे प्रतिद्वंद्वी को उसकी लंबाई का फायदा नहीं उठाने दिया। पहले राउंड के अंतिम 30 सेकेंड ने कविता ने कुछ बेहतरीन जैब भी लगाए।
दूसरे राउंड की शुरुआत में कविता फॉर्म में नजर आई, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया उनकी रफ्तार धीमी होती गई। इसका लाभ बेलारूस की खिलाड़ी ने उठाया और कई अंक अर्जित किए। कावालीवा आखिरी राउंड में भारतीय खिलाड़ी पर हावी नजर आई और मुकाबला जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। इस जीत के साथ उन्होंने अपना पदक भी पक्का कर लिया है। मैच में चार जजों ने बेलारूस की खिलाड़ी के पक्ष में फैसला सुनाया जबकि ट्यूनीशियाके एक जज ने कविता के पक्ष में निर्णय लिया।
लवलिना बोरगोहेन ने पोलैंड की कैरोलिना कोस्जेवस्का को 4-0 से हराया
लवलिना बोरगोहेन का प्रदर्शन भी बेहतरीन रहा। उन्होंने 69 किलोग्राम भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल में पोलैंड की कैरोलिना कोस्जेवस्का को 4-0 से मात देकर अंतिम-4 में जगह बनाई। सेमीफाइनल में उनका सामना चीन की यांग लियू से होगा।