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रवि शास्त्री के साथ मैदान पर उतरे अश्विन-पुजारा
भारतीय टीम अपने पहले डे-नाइट टेस्ट मैच में पूरी तैयारी के साथ उतरना चाहती है इसिलिये वह हर मुमकिन समय में अभ्यास करती नजर आ रही है। कोलकाता में मैच से पहले भारतीय टीम को स्टेडियम की रोशनी में अभ्यास करने के लिए सिर्फ दो सत्र मिलेंगे जिसे देखते हुए भारतीय खिलाड़ी इंदौर में भी समय का सही इस्तेमाल करते हुए नजर आये।
कोच रवि शास्त्री की देखरेख में रोहित शर्मा ने अश्विन की गेंद पर नेट पर अभ्यास किया। इसके बाद पुजारा और कुलदीप यादव भी अभ्यास के लिए पहुंचे। इस दौरान टीम के रिजर्व बल्लेबाज हनुमा विहारी और शुभमन गिल ने थ्रो डाउन विशेषज्ञ राधवेन्द्र और नुवान सेनेविरत्ने का सामना किया। रोहित और पुजारा थोड़ी पुरानी गेंद से अश्विन और कुलदीप की गेंदबाजी पर बल्लेबाजी अभ्यास करते देखे गए।
अश्विन-जडेजा के सामने पिंक बॉल की चुनौती
वहीं मैच से पहले भारत के पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने माना कि डे-नाइट टेस्ट मैच में भारत के दो प्रमुख स्पिनर्स रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा को खासा चुनौती मिलने वाली है।
लक्ष्मण ने कहा, 'स्पिनर चाहेंगे कि गेंद की चमक जल्दी से खत्म हो जाए लेकिन पिंक बॉल पर अतिरिक्त परत होती है जो मुझे लगता है कि स्पिनरों के लिए मददगार नहीं होगी, ऐसे में अश्विन और जडेजा को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। एक और चुनौती ओस की होगी क्योंकि वनडे मैचों में दूसरी पारी में स्पिनरों को परेशानी होती है। इसलिए टेस्ट में भी गेंद गीली होने के कारण स्पिनरों को गेंद को पकड़ने में परेशानी आएगी।'
पिंक बॉल की चुनौतियों से निपटने की तैयारी कर रही विराट सेना
वहीं तेज गेंदबाजों पर बात करते हुए लक्ष्मण ने कहा,'पिंक बॉल से तेज गेंदबाजों के लिए सीम चुनौतीपूर्ण रहेगी, खासकर उन तेज गेंदबाजों के लिए उनका काबिलियत गेंद को लगातार सीम के बूते टप्पा खिलाना है। उन्हें हवा में स्विंग नहीं मिलेगी लेकिन उन्हें परिस्थतियों से मदद मिलने की उम्मीद होगी।'
आपको बता दें कि विराट कोहली और टॉप ऑर्डर के कुछ बल्लेबाजों ने दो दिन पहले दोपहर में पिंक बॉल से थ्रो डाउन पर अभ्यास किया था लेकिन शुक्रवार को टीम के कुछ खिलाड़ियों ने पहली बार दूधिया रोशनी में 35 मिनट तक अभ्यास किया।