बल्लेबाजी क्रम में बदलाव
मैच से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने साफ किया था कि सलामी बल्लेबाजों को लेकर चल रही माथापच्ची को दूर करने के लिये वह रोहित शर्मा, शिखर धवन और लोकेश राहुल तीनों को एक साथ मैच में उतारना पसंद करेंगे। इसके लिये वह निचले क्रम पर आकर बल्लेबाजी करने से परहेज नहीं करेंगे।
मंगलवार को वानखेड़े में यही देखने को भी मिला। कप्तान विराट कोहली ने लोकेश राहुल को अपनी जगह भेजा और खुद चौथे नंबर पर आये। हालांकि विराट कोहली का यह प्लान सिर्फ लोकेश राहुल के लिये ठीक साबित हुआ बाकी किसी के लिये नहीं। खुद कप्तान 14 गेंद में 16 रन बनाकर आउट हुए। वहीं पिछले काफी समय से 4 नंबर पर अच्छी पारी खेल रहे श्रेयस अय्यर भी बल्लेबाजी क्रम में बदलाव के चलते दबाव का शिकार हो गये और ज्यादा रन नहीं बना सके।
फुस्स हो गया विराट कोहली का सीक्रेट प्लान, दोबारा करना होगा विचार
मैच के बाद कप्तान विराट कोहली ने खुद अपनी गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि उन्हें बल्लेबाजी क्रम में बदलाव को लेकर एक बार फिर से सोचना होगा। विराट कोहली इन फॉर्म बल्लेबाजों का फायदा लेना चाहते थे लेकिन इसके चक्कर में पूरी टीम ढेर हो गई। इसके बाद एक बार फिर से विराट कोहली के सामने सलामी बल्लेबाजी जोड़ी को लेकर सवाल खड़ा हो गया है, क्योंकि अगर वह बल्लेबाजी क्रम में बदलाव नहीं करना चाहते तो उन्हें तीन में से 2 सलामी बल्लेबाजों को चुनना होगा।
केएल राहुल-शिखर धवन की धीमी बल्लेबाजी
भारतीय टीम के लिये भले ही शिखर धवन और केएल राहुल की जोड़ी ने सबसे ज्यादा रनों की साझेदारी कर सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। लेकिन भारत की हार के पीछे एक बड़ा कारण इन खिलाड़ियों की धीमी बल्लेबाजी भी रही। दूसरे विकेट के लिये इन खिलाड़ियों के बीच 121 रनों की साझेदारी हुई। बावजूद इसके की दोनों खिलाड़ियों की निगाहें जम चुकी हैं तो यह स्पिनर्स के खिलाफ तेजी से रन बनाकर छठे गेंदबाज को लाने पर मजबूर करें, इन खिलाड़ियों ने स्पिनर्स को खुद पर हावी होने दिया और रन न बना पाने की वजह से दबाव आ गया।
मध्यक्रम का फ्लॉप होना
हमेशा की तरह भारतीय टीम का मध्यक्रम दबाव के दौरान एक बार फिर से फ्लॉप साबित हुआ। विराट कोहली (16), श्रेयस अय्यर (4), ऋषभ पंत (28) और रविंद्र जडेजा (25) रन बनाकर आउट हुए। जहां भारतीय पारी को संभलने की जरूरत थी वहां उसने लगातार विकेट खोये और शर्मनाक हार का शिकार हुई।
15 साल में पहली बार 10 विकेट से हारा भारत
भारतीय टीम को 15 साल में पहली बार वनडे इंटरनैशनल में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। आखिरी बार भारत को साउथ अफ्रीका ने कोलकाता में 2005 में हराया था। तब साउथ अफ्रीका के सामने 189 रनों का लक्ष्य था। यह भारत के खिलाफ वनडे में सिर्फ पांचवीं 10 विकेट से जीत थी। इससे पहले, न्यू जीलैंड ने 1981 में, वेस्ट इंडीज ने 1997 में ब्रिजटाउन में, साउथ अफ्रीका ने साल 2000 में शारजाह में भारत को 10 विकेट से हराया था।