बारिश नहीं पिच के चलते हुआ मैच रद्द, बेहतर तरीके से निपटा जा सकता था
बीसीसीआई के एक अन्य अधिकारिय ने फैन्स की निराशा को लेकर बात करते हुए कहा कि सिर्फ पिच गीली थी और बाकी का मैदान सूखा था। ग्राउंड स्टाफ की लापरवाही के चलते फैन्स को बिना मैच देखे वापस जाना पड़ा। उन्होंने साथ ही कहा कि अगर कोई पूर्व अधिकारी, सलाहकार के तौर पर भी उनके साथ होता तो इससे मदद मिलती
उन्होंने कहा, ' हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले के चलते पूर्व अधिकारियों से सलाह लेने से डरते हैं। हालांकि कोर्ट ने अपने एक आदेश में कहा है कि हम पूर्व अधिकारियों को सलाहकार के तौर पर नियुक्त कर सकते हैं लेकिन हम कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहते। फैन्स ने जो महसूस किया हम उससे काफी निराश हैं। सिर्फ गुवाहाटी ही नहीं लोग उससे काफी दूर से मैच देखने आये थे लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला।'
अधिकारी ने आगे कहा कि संघों को पहले कभी भी इस तरह के मामले सुलझाने का मौका नहीं दिया गया है। इसलिये मुझे लगता है कि इसके लिए काफी हद तक बीसीसीआई क्यूरेटर और सीईओ को जिम्मेदार ठहराना चाहिए जिनको यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए था कि स्टेडियम में बुनियादी जरूरत की चीजें मौजूद हैं।
पहली बार पिच सुखाने के लिये हेयर ड्रॉयर का किया गया इस्तेमाल
रविवार शाम गुवाहाटी के बरसापारा स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच खेला जाने वाला पहला टी-20 मैच में टॉस होने के तुरंत बाद ही बारिश ने अपनी हाजिरी लगा दी और रुक रुककर 9 बजे तक होती रही। इस बीच पिच को कवर तो किया गया लेकिन पिच को बचाने के लिये जो कवर डाले गये वह फटे हुए थे। इस कारण बारिश का पानी पिच पर पहुंच गया और अहम हिस्सों में भर गया।
बारिश के थम जाने के बाद ग्राउंड स्टाफ ने इसे सुखाने की काफी कोशिश की, यहां तक की हेयर ड्रॉयर का इस्तेमाल कर इसे सुखाने की कोशिश की गई लेकिन पिच समय पर सूख न सकी और अंत में गीली पिच के कारण मैच को रद्द कर दिया गया।
अधिकारियों ने राहुल जौहरी और भौमिक के काम करने के तरीके पर उठाई उंगली
इस मामले से खफा बीसीसीआई ने जल्द से जल्द पिच क्यूरेटर आशीष भौमिक से मामले की रिपोर्ट जमा कराने के लिये कहा है। बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने आशीष भौमिक और सीईओ राहुल जौहरी के काम करने के तरीके पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह पहली बार है और इसका सीधा असर नए राज्य संघ के कम अनुभव पर पड़ेगा।
उन्होंने कहा, 'इस तरह की चीजें होंगी क्योंकि लोढ़ा समिति की सिफारिशों को लागू करने के बाद सभी संघों के अधिकारियों के सामने इस तरह की चीजें आएंगी। किसी भी संघ के पास मौका नहीं है कि वो निरंतरता में चीजें को प्लान करे। आज के दौर में पूरे विश्व में हित धारकों के लिए निरंतरता सबसे बड़ी चिंता का विषय है।'
समय के साथ नये अधिकारी सीख जायेंगे
इस मामले में जब एक पूर्व अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि समय के साथ नए अधिकारी सब कुछ सीख जाएंगे।
पूर्व अधिकारी ने कहा, 'हमें सौरभ गांगुली के नेतृत्व वाली नए अधिकारियों की टीम पर पूरा भरोसा है। वह सभी संघों के साथ अच्छे से काम करने के लिए जल्द से जल्द कुछ करेंगे ताकि किसी और अन्य स्थल पर प्रशंसकों को इस तरह की चीजों का सामना न करना पड़े।'
सबा करीम ने कहा- रिपोर्ट का करें इंतजार
जब बीसीसीआई के एक अधिकारी से इस मामले में संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि क्रिकेट संचालन क्रिकेट के महाप्रबंधक सबा करीम इस मामले में टिप्पणी करने को लेकर सही शख्स होंगे।
करीम ने इस मामले में से कहा, 'मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के मामले नहीं देखता, लेकिन एक बार जब मुख्य क्येरटर की रिपोर्ट आ जाएगी तभी मैं कुछ कह पाऊंगा।'