बांग्लादेश को करने होंगे यह बदलाव
डोमिंगो ने कहा, 'इसमें कोई शक नहीं कि टीम की स्ट्रक्चर में बदलाव करने की जरूरत है। वरना परिणाम ऐसे ही होने वाले है। मुझे चयनकर्ताओं के साथ बैठकर आगे की रणनीति पर विचार करने की जरूरत है। मुझे उन खिलाड़ियों की पहचान करने की जरूरत है जो टीम को आगे लेकर जा सके।'
उन्होंने कहा, 'हमारी टीम में कई शानदार खिलाड़ी हैं और उनका सम्मान करने की जरूरत है। लेकिन साथ ही हमें टीम के हित में भी निर्णय लेने की जरूरत है।'
मोमिनुल ने बताया क्यों पिछड़ रही बांग्लादेश की टीम
वहीं बांग्लादेश के कप्तान मोमिनुल हक का मानना है कि टीम की स्थिति में सुधार के लिए अधिक टेस्ट मैच खेलने की जरूरत है।
मोमिनुल ने कहा, ‘हमें काफी टेस्ट मैच खेलने की जरूरत है। अगर आप देखेंगे तो पिछले सात महीने में हमने सिर्फ दो टेस्ट खेले हैं। हम दूसरी टीमों की तरह टेस्ट मैच नहीं खेलते हैं। मुझे लगता है यही बड़ा अंतर है।'
वहीं मोमिनुल ने डोमिंगो के बयान का समर्थन करते हुए बदलाव का समर्थन किया।
मोमिनुल ने कहा, ‘मुझे लगता है कोच ने जो कहा वह सही होगा। हम इस बारे में सीरीज खत्म होने के बाद चर्चा कर सकते हैं। हमें शायद तुरंत नतीजे नहीं मिले। टीम को दो-तीन साल में इसका फायदा होगा।'
सिर्फ तेज गेंदबाजों से जीत सकता है भारत
डोमिंगो ने कहा था कि दो तेज गेंदबाजों के साथ खेलना बहुत मुश्किल है। निश्चित रूप से हमें तीसरे तेज गेंदबाज की जरूरत है जो बल्लेबाजी भी कर सके। सैफुद्दीन है, लेकिन वह चोट से जूझ रहे हैं। लेकिन टीम की सरंचना पर ध्यान देने की जरूरत है।'
कोच ने साथ ही कहा हमें भारत से सीखने की जरूरत है, वह आज उस स्थिति में जहां उसे सिर्फ तेज गेंदबाजों के दम पर जीत मिल सकती है, उसे स्पिनर्स के भरोसे रहने की जरूरत नहीं है। कोच ने आगे कहा कि बांग्लादेश को मोहम्मद सैफुद्दीन जैसे तेज गेंदबाज और हरफनमौला खिलाड़ी की जरूरत है, जिन्होंने वनडे और टी-20 में अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन फिलहाल वह चोट से जूझ रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि काफी टीमें बांग्लादेश के खिलाफ खेलती है और वे अच्छी विकेट बनाएगी, जिस पर ज्यादा स्पिन नहीं होगी। इसलिए हमें एक तेज गेंदबाज की तलाश है, जो सातवें और आठवें नंबर पर आकर बल्लेबाजी भी सके।'