नई दिल्ली। पाकिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी को लेकर पीसीबी बड़े स्तर पर तैयारियों में जुटा हुआ है। पाकिस्तान की सरजमीं पर 10 साल बाद श्रीलंका की टीम टेस्ट सीरीज खेलने लौट रही है जिसको लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड काफी उत्साहित नजर आ रहा है। इसको लेकर पाकिस्तान ने उन खिलाड़ियों को विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया जिन्होंने पाकिस्तान के पहले टेस्ट मैच में शिरकत की थी। वहीं पाकिस्तान के खिलाफ होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले श्रीलंकाई टीम को बड़ा झटका लगा है।
श्रीलंकाई टीम के तेज गेंदबाज सुरंगा लकमल डेंगू की बीमारी के चलते पाकिस्तान दौरे से बाहर हो गये हैं। वहीं श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने उनके स्थान पर अशिता फर्नांडो को टीम में शामिल किया है। पिछले कुछ सालों से सुरंगा लकमल श्रीलंकाई टीम की गेंदबाजी के सूत्रधार के रूप में काम कर रहे थे।
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उन्होंने श्रीलंका के लिये अब तक 59 टेस्ट मैचों में गेंदबाजी की है और 141 विकेट हासिल करने का कारनामा किया है। फिलहाल वो साउथ एशियन गेम्स में श्रीलंका की ओर से खेल रहे हैं।
वहीं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने 11 दिसंबर से रावलपिंडी में पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच शुरू हो रहे ऐतिहासिक टेस्ट मैच के लिए बांडुला वार्नापुरा और जावेद मियांदाद को विशेष अतिथि के तौर पर न्यौता भेजा है।
गौरतलब है कि बुधवार से शुरु हो रहे टेस्ट मैच के साथ ही पाकिस्तान में 10 साल बाद अतंर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट की वापसी हो रही है। साल 2009 में श्रीलंकाई टीम की बस पर आतंकी हमले के बाद से कोई भी देश पाकिस्तानी सरजमीं पर अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट खेलने को तैयार नहीं हुआ, हालांकि 10 साल बाद एक बार फिर श्रीलंका की ही टीम इस दौरे के लिये राजी हुई है।
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आपको बता दें कि श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच 1982 में कराची के नेशनल स्टेडियम में पहला टेस्ट मैच खेला गया था। उस मैच में वार्नापुरा श्रीलंकाई टीम की तो जावेद मियांदाद पाकिस्तान टीम की कप्तानी संभाल रहे थे। इस मैच को पाकिस्तान ने वो टेस्ट 204 रनों से जीता था। इस सीरीज का दूसरा टेस्ट 19 दिसंबर से कराची में खेला जाएगा।