गंभीर ने कहा- 13 या 14 अनसुने हीरो थे जीत के
श्रीलंका ने पहले बैटिंग करते हुए स्कोरबोर्ड पर 6 विकेट खोकर 274 रन का एक चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था लेकिन महेंद्र सिंह धोनी और गौतम गंभीर ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि भारत की जीत में कोई रुकावट नहीं आए। और निश्चित तौर पर महेंद्र सिंह धोनी की वह तस्वीर तो आज भी सभी के जेहन में छाई रहती है जब उन्होंने नुवान कुलासेकरा की गेंद पर छक्का जड़ा था।
अब गौतम गंभीर ने उस मुकाबले की दसवीं वर्षगांठ के अवसर पर अपनी कुछ बात कही है। गंभीर का कहना यह है कि भारतीय टीम में उस विश्व कप के दौरान कम से कम 13 या 14 ऐसे खिलाड़ी थे जिनको आप हीरो कह सकते हैं। गंभीर यह भी कहते हैं कि भले ही युवराज सिंह को उस समय मैन ऑफ द टूर्नामेंट अवार्ड दिया गया था लेकिन फिर भी वे भारत की विश्वकप जीत में एक अनसुने हीरो थे।
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मीडिया केवल उस छक्के को ही देखता रहता है- गंभीर
भारत के पूर्व क्रिकेटर यह भी कहते हैं कि मीडिया लगातार एक ही चीज की ओर घूमती रहती है और वह है महेंद्र सिंह धोनी का लगाया गया फाइनल छक्का। टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत के दौरान महेंद्र गौतम गंभीर कहते हैं, "उस जीत में कम से कम 13 या 14 अनसुने हीरो थे। मुनाफ पटेल, मैं, हरभजन सिंह, विराट कोहली जिन्होंने पहले मैच में शतक लगाया था, सुरेश रैना जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अहम पारी खेली थी, यह सभी खिलाड़ी ऐसे थे जिन्होंने अविश्वसनीय योगदान दिया था। अगर मैं आज 10 साल बाद देखता हूं तो पाता हूं कि युवराज सिंह भी एक अनसुने हीरो ही है भले ही उनको टूर्नामेंट में मैन ऑफ द सीरीज दिया गया लेकिन आप उनकी बहुत ज्यादा बातें नहीं करते हैं क्योंकि सबसे ज्यादा बात उस छक्के (जो धोनी ने लगाया) की होती है।"
युवराज को बताया सबसे बड़ा अनसुना हीरो-
गौतम गंभीर आगे कहते हैं कि युवराज सिंह T20 वर्ल्ड कप 2007 और 2011 वर्ल्ड कप की जीत के सबसे बड़े अनसुने हीरो है। साथ ही गंभीर यह भी कहते हैं कि वह व्यक्तिगत तौर पर किसी के बारे में बात नहीं करते लेकिन उन दोनों विश्वकप जीत में युवराज सिंह का योगदान सबसे बड़ा था। गंभीर कहते हैं कि भले ही 2007 टी20 विश्व कप फाइनल मुकाबले में उन्होंने 75 रन बनाए और 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में भी वही टॉप स्कोरर थे लेकिन किसी भी और खिलाड़ी ने वह अचीव नहीं किया जो युवराज सिंह कर पाए थे।