रोहित शर्मा- शिखर पर होगा बल्लेबाजी का दारोमदार
नियमित कप्तान विराट कोहली सहित कुछ सीनियर खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में युवा खिलाड़ियों के पास यह सीरीज अपनी क्षमता दिखाने का मौका है। विराट कोहली की गैरमौजूदगी में टीम की कप्तान संभाल रहे रोहित शर्मा पर बल्लेबाजी क्रम की भी जिम्मेदारी है। पहले मैच में रोहित का बल्ला नहीं चला था। उनके सलामी जोड़ीदार शिखर धवन ने 42 गेंदों पर 41 रन जरूर बनाए थे, लेकिन टी-20 के लिहाज से उनकी पारी काफी धीमी थी। मजबूत शुरुआत के लिए टीम इन दोनों के ही आसरे है। ऐसे में इन दोनों को अपनी ख्याति के अनुरूप प्रदर्शन करना होगा क्योंकि यह दोनों विफल रहते हैं तो मध्य क्रम में वो ताकत नजर नहीं आती है कि वह मजबूत लक्ष्य को हासिल कर सके या विशाल स्कोर बोर्ड पर टांग सके।
अनुभव की कमी से भारत को सबसे ज्यादा खतरा
लोकेश राहुल लगातार जूझ रहे हैं। ऋषभ पंत के रवैये में भी बदलाव नहीं दिखा। श्रेयस अय्यर ने भी पहले मैच में जल्दबाजी दिखाई थी। पदार्पण करने वाले शिवम दुबे भी विफल रहे थे। अनुभव की कमी यहां एक बड़ी समस्या है। टीम में बदलाव की गुंजाइश भी दिख रही है। पंत की लगातार विफलता के कारण संजू सैमसन को अपना दूसरा टी-20 मैच खेलने का मौका राजकोट में मिल सकता है। निचले क्रम में कृणाल पांड्या से तेजतर्रार पारी की उम्मीद की जा सकती है।
वहीं अगर गेंदबाजी की बात की जाए तो मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाजों की गैरमौजूदगी में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं। पिछले मैच में चहल ने तो अपना काम किया था लेकिन बाकी गेंदबाज रोने के सिवाए कुछ नहीं कर पाए।
खलील अहमद ने 19वें ओवर में चार चौके पड़वा मैच को भारत की झोली से निकालकर मेहमानों को तोहफा दे दिया था। वॉशिंगटन सुंदर, दीपर चहर, पांड्या भी छाप छोड़ने में विफल रहे थे। तेज गेंदबाजों में रोहित के पास शार्दुल ठाकुर का एक विकल्प है तो स्पिन में राहुल चहर का।
बांग्लादेश ने दिखाया दम
दूसरी तरफ 9 मैचों में भारत के खिलाफ पहली जीत दर्ज करने के बाद बांग्लादेश की टीम सीरीज जीतने के इरादे से उतरेगी। पहले मैच में टीम के सबसे बड़े स्टार मुशफिकुर रहे जिन्होंने 149 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए नाबाद 60 रन बनाए। सीनियर बल्लेबाजों तमीम इकबाल और शाकिब की गैरमौजूदगी में टीम को रहीम से एक और अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। अनुभवहीन भारतीय गेंदबाजी आक्रमण के कारण बांग्लादेश को और मनोबल मिला है। पहले मैच में मुश्फीकुर रहीम ने इसका भरपूर फायदा उठाया था और टीम को जीत दिलाकर लौटे थे। रहीम ने ही खलील पर 19वें ओवर में चौकों की बरसात की थी।
उनके अलावा सौम्य सरकार और मोहम्मद नइम ने उनका अच्छा साथ दिया था। कप्तान महमुदुल्लाह अंत तक टिके रहे थे और रहीम के साथ टीम को जीत दिलाकर लौटे थे।
भारत को छकाने में कामयाब रहे बांग्लादेशी गेंदबाज
गेंदबाजी में बांग्लादेश के पास मुस्ताफिजुर रहमान का अनुभव है। शइफुल इस्लाम जरूर थोड़े महंगे साबित हुए थे लेकिन अमिन हुसैन, अफिफ हुसैन ने रहमान का अच्छा साथ दिया था। बांग्लादेश के गेंदबाजों विशेषकर स्पिनर अमीनुल इस्लाम और तेज गेंदबाज शफीउल इस्लाम ने पहले मैच में प्रभावित किया और वे इस लय को बरकार रखने की कोशिश करेंगे।
बांग्लादेश के पास भारत के खिलाफ सीरीज जीतने का इससे अच्छा मौका शायद ही आए। भारत की मजबूत कड़ी बीते कुछ वर्षो से गेंदबाजी रही है और इस सीरीज में वह कमजोर तथा अनुभवहीन है। कोहली के न रहने से यह बात भारत की बल्लेबाजी पर भी लागू होती दिख रही है, बस बांग्लादेश को रोहित और धवन से जल्दी छुटकारा पाना होगा।
मौसम पर रहेगी नजर, चक्रवात ‘महा’ का दिख सकता है असर
यह सारी चीजें हालांकि इस बात पर निर्भर करेंगी कि चक्रवात ‘महा' का शहर के मौसम पर क्या असर पड़ता है। इस चक्रवातीय तूफान के मैच के दिन गुजरात के तट से टकराने की संभावना है। सीरीज के पहले मैच में हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने स्वीकार किया था कि भारतीय टीम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई और डीआरएस पर कुछ गलत फैसलों ने भी इस हार में भूमिका निभाई।
अगर भारत हारा तो बढ़ेगी मुश्किल
भारत अगर बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज गंवाता है तो उसकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि उसकी नजरें अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए टीम तैयार करने पर टिकी हैं। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में भारतीय बल्लेबाजों को जूझना पड़ा था। टीम हालांकि वापसी करते हुए 148 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने में सफल रही। बांग्लादेश ने अनुभवी बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम के नाबाद अर्धशतक की बदौलत आसानी से लक्ष्य हासिल कर लिया था।