चेतेश्वर पुजारा ने बताया क्या समस्या आ सकती है
चेतेश्वर पुजारा ने भी इसको लेकर बात कही थी, चेतेश्वर पुजारा के अनुसार जब डे-नाइट प्रारूप में दलीप ट्रॉफी खेली गई थी तब पिंक बॉल फ्लड लाइट के दौरान नारंगी रंग की दिखाई पड़ रही थी।
रंग समझने में अश्विन को भी होती है परेशानी
वहीं ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का मानना है कि पिंक बॉल पर लाल बॉल की तुलना में एक सतह ज्यादा होती है। उन्होंने कहा कि उन्होंने गुलाबी गेंद से अभी तक एक भी गेंद नहीं फेंकी है। बस देखा है। कई बार मैं समझ नहीं पाता हूं कि यह नारंगी है या गुलाबी।
वहीं भारतीय विकेटकीपर रिद्धिमान साहा का मानना है कि डे-नाइट टेस्ट मैच के दौरान विकेटकीपिंग के लिए विकेटकीपरों को मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है।
रिद्धीमान ने बताया कैसे मिलती है विकेटकीपिंग में चुनौती
साहा ने कहा, ' अगर डे-नाइट टेस्ट मैच में शाम के वक्त स्लिप में खड़े खिलाड़ी को पिंक बॉल पकड़ने में मुश्किल आ सकती है तो यह मेरे लिए भी चुनौती ही होगी क्योंकि मैं भी स्लिप के साथ ही खड़ा होता हूं। इसके अलावा तेज गेंदबाज जब गेंद फेंकते हैं तो यह गेंद लहराती है। यह एक फैक्टर हो सकता है, लेकिन मुझे चुनौती स्वीकार है। हम प्रोफेशनल हैं।'
उन्होंने कहा, 'यह चुनौतीपूर्ण होगा, खासकर गेंद को पकड़ते समय। हमें इससे तालमेल बिठाना होगा। गेंद नई है और यह तेज गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हो सकती है। यह बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है।'