भारत को चाहिये हार्दिक पांड्या का विकल्प
रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ की जोड़ी का आगाज न्यूजीलैंड के खिलाफ 17 नवंबर से खेली जाने वाली 3 मैचों की टी20 सीरीज के साथ होने वाला है, जहां पर चयनकर्ताओं ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ कई युवा खिलाड़ियों को भी मौका दिया है। हालांकि इस 16 सदस्यीय टीम में 5 ओपनर्स को मौका दिया गया है जबकि मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर पाने वाले कम ही खिलाड़ी हैं। ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले टी20 विश्वकप को ध्यान रखते हुए भारत के बल्लेबाजी क्रम की बात करें तो रोहित शर्मा, केएल राहुल और विराट कोहली का खेलना लगभग तय नजर आ रहा है, जबकि चौथे नंबर के लिये सूर्यकुमार यादव और श्रेयस अय्यर के बीच विकल्प देखने को मिल सकता है, ऋषभ पंत विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेलेंगे लेकिन छठे नंबर के लिये वो फिनिशर नहीं है जिसकी टीम को दरकार है। हार्दिक पांड्या की फिटनेस जिस तरह से रही है उसे देखते हुए मैनेजमेंट उनके रिकवर होने का इंतजार नहीं कर सकती, ऐसे में उसे एक ऐसे खिलाड़ी की दरकार है जो छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर मैच को फिनिश करने का हुनर दिखा सके और जो भरोसा हार्दिक पांड्या टीम में लेकर आते हैं उसका स्थान लेना होगा।
तेज गेंदबाजों की नई तिकड़ी की जरूरत
ऑस्ट्रेलियाई पिचों की बात करें तो यहां पर काफी उछाल भरी पिच देखने को मिलती है जिसका मतलब है कि टी20 विश्वकप 2022 के लिये तेज गेंदबाज काफी अहम भूमिका निभाते नजर आयेंगे। वहीं पर भारतीय टीम की बात करें तो इस विश्वकप के पहले 2 मैचों में उसकी गेंदबाजी सबसे कमजोर कड़ी साबित हुई है। जसप्रीत बुमराह को छोड़ दें तो कोई भी तेज गेंदबाज वो दम नहीं दिखा सके जिसे देखकर कहा जाये कि उन्होंने अच्छी गेंदबाजी कि लेकिन बल्लेबाज ने बेहतर खेल दिखाया। ऐसे में जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले टी20 विश्वकप की ओर देखेगी तो उसकी निगाह भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी का विकल्प ढूंढने पर होगी। भारतीय टीम के पास यह काम करने के लिये आवेश खान, दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर, प्रसिद्ध कृष्णा, टी नटराजन, उमरान मलिक और चेतन साकरिया जैसे गेंदबाजों का विकल्प जरूर है लेकिन रोहित शर्मा-राहुल द्रविड़ की जोड़ी के लिये अपने 3 गेंदबाजों को ढूंढना बड़ी चुनौती होगी जो इस जिम्मेदारी को ऑस्ट्रेलिया में निभायेंगे।
प्लेइंग 11 में ज्यादा गेंदबाजी विकल्प की दरकार
यूएई में खेले गये टी20 विश्वकप में भारतीय टीम के लिये जो सबसे बड़ी समस्या रही वो थी गेंदबाजी में अतिरिक्त विकल्प ढूंढने की रही, हार्दिक पांड्या के गेंदबाजी न कर पाने की वजह से भारत को इस विभाग में काफी संघर्ष करना पड़ा जिसके चलते टीम का संतुलन ढूंढने में काफी दिक्कत हुई। इतना ही नहीं जब हार्दिक पांड्या ने गेंदबाजी करना शुरू भी किया तो वह उतने प्रभावी नजर नहीं आये। ऐसे में भारतीय टीम के लिये मुख्य गेंदबाजों का साथ देने के लिये अतिरिक्त बॉलिंग विकल्प ढूंढने की चुनौती रहेगी। रोहित शर्मा ने करियर की शुरुआत में काफी समय तक गेंदबाजी में भी योगदान दिया है, ऐसे में वो अपनी गेंदबाजी को विकसित कर सकते हैं, तो वहीं पर सूर्यकुमार यादव भी अभ्यास के साथ यह काम कर सकते हैं। हालांकि यह रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ की जोड़ी के लिये यह काफी जरूरी है कि वो अतिरिक्त गेंदबाजी के विकल्पों पर काम करे, ताकि अगले विश्वकप में उसे टीम बैलेंस की समस्या से न गुजरना पड़े।