टॉप पर है पाकिस्तान के मुदस्सर नजर
पाकिस्तानी बल्लेबाज मुदस्सर नजर को मैदान पर सबसे धीमा शतक लगाने के रिकॉर्ड के लिये याद किया जाता है जो कि आज भी अटूट है। मुस्सर नजर ने यह पारी 1977 में इंग्लैंड के खिलाफ लाहौर के अपने घरेलू मैदान गद्दाफी स्टेडियम पर लगाई थी। पाकिस्तान के लिए इस मैच में सलामी बल्लेबाजी करने उतरे मुदस्सर नजर ने मैदान पर 591 मिनट समय बिताया और 557 मिनट में अपना शतक पूरा किया। इस मैच में मुदस्सर नजर ने 449 गेंदों का सामना करके 114 रनों की पारी खेली, जोकि सबसे धीमा शतक लगाने के मामले में आज भी एक विश्व रिकॉर्ड है।
अपने करियर के दौरान मुदस्सर नजर ने पाकिस्तान के लिये कुल 198 इंटरनैशनल मैच (76 टेस्ट और 122 ODI) मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 10 टेस्ट शतक लगाये और गेंदबाजी में भी इस हरफनमौला खिलाड़ी के नाम 177 अंतर्राष्ट्रीय विकेट दर्ज हैं। मुदस्सर नजर का परिवार हमेशा से क्रिकेट से जुड़ा हुआ था। उनके पिता नजर मोहम्मद पाकिस्तान की पहली अतंर्राष्ट्रीय टीम का हिस्सा थे साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के लिये पहली टेस्ट बॉल खेलने और पहला टेस्ट शतक लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था।
भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर का नाम भी शामिल
टेस्ट क्रिकेट में सबसे धीमा शतक लगाने वाले खिलाड़ियों में भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर का नाम भी शामिल है जिन्होंने साल 1992 में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेलते हुए यह रिकॉर्ड अपने नाम किया था। हरारे में खेले गये इस टेस्ट मैच में संजय मांजरेकर को अपना शतक पूरा करने में 500 मिनट लगे थे। इस टेस्ट में संजय मांजरेकर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे थे और 529 मिनट बल्लेबाजी कर 104 रन की पारी खेली। गेंदों की बात की जाये तो संजय मांजरेकर की यह पारी टेस्ट इतिहास की दूसरी सबसे धीमी पारी है जिसमें उन्होंने 397 गेंदों का सामना किया शतक लगाने में जबकि समय की बात की जाये तो यह टेस्ट क्रिकेट की 5वीं सबसे धीमी शतकीय पारी है।
साउथ अफ्रीका का यह सलामी बल्लेबाज भी है शामिल
मुदस्सर नजर ने टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे धीमे शतक का रिकॉर्ड साल 1977 में बनाया, लेकिन उनसे पहले यह रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज डीजे मैक्ग्लू के नाम था। दक्षिण अफ्रीका के इस सलामी बल्लेबाज ने 1957-58 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे धीमा शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया था। डरबन में खेले गये इस मैच में मैक्ग्लू ने 545 मिनट बल्लेबाजी कर अपना टेस्ट शतक पूरा किया था। इस मैच में मैक्गलू ने कुल 575 मिनट तक बल्लेबाजी की और 105 रनों की पारी खेलकर वापस लौटे। यह मैच भी बेनतीजा रहा।