मोहम्मद सिराज
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के चोटिल होने की वजह से मोहम्मद सिराज को टीम में मौका दिया गया। सिराज टीम इंडिया का हिस्सा नहीं थे लेकिन शमी के चोटिल होने की वजह से उन्हें जगह मिली। एडिलेड टेस्ट में शमी के चोटिल होने के बाद मेलबर्न टेस्ट में सिराज को अपना पहला टेस्ट खेलने का मौक मिला। इसके बाद अभी तक खेले गए पांच टेस्ट मैचों में सिराज 16 विकेट अपने नाम कर चुके हैं। उन्होंने यह जबरदस्त प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों के खिलाफ किया है। चौथे टेस्ट में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट, जॉनी बेयरस्टो जैसे अहम खिलाड़ियों को सिराज ने आउट किया था। ऐसे में टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में सिराज को खेलने का मौका तभी मिल सकता है जब इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमार या फिर मोहम्मद शमी फिट ना हो।
अक्षर पटेल
अक्षर पटेल को इंग्लैड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में सिर्फ इसलिए मौका मिला क्योंकि रवींद्र जडेजा चोटिल थे। चेन्नई में दूसरा टेस्ट खेलने के लिए अक्षर को टीम में शामिल किया गया और उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींचा। पहले टेस्ट मैच में शाबाज नदीम को टीम में मौका दिया गया था, लेकिन अच्छा प्रदर्शन नहीं करने के बाद पटेल को टीम में जगह दी गई। जिसके बाद अक्षर ने तीन मैचों में 27 विकेट हासिल करके टीम की सीरी जीत में अहम भूमिका निभाई। अक्षर ने अपना पहला विकेट जो रूट का लिया। दो मैचों में लगातार तीन बार अक्षर ने 5 विकेट हासिल करने का भी रिकॉर्ड अपने नाम किया। लेकिन बावजूद इसके उन्हें टेस्ट चैंपियनशिप खेलने का मौका मिलना मुश्किल लगता है। अगर जडेजा या हार्दिक पांड्या फिट नहीं होते हैं तो ही अक्षर की टीम में जगह बनती दिखती है।
वॉशिंगटन सुंदर
सुंदर को टीम इडिया में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए शामिल किया गया था, उन्हें एक अतिरिक्त गेंदबाज के तौर पर टीम में शामिल किया गया था। लेकिन अश्विन के चोटिल होने की वजह से तीसरे टेस्ट में उन्हें खेलने का मौका मिला। चौथे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सुंदर ने अपने पहले टेस्ट मैच में 62 रन की पारी खेली और इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में उन्होंने मुश्किल समय में 96 रनों की नाबाद पारी खेली। सुंदर ने अपना पहला टेस्ट विकेट स्टीवन स्मिथ के रूप में लिया था। पहले टेस्ट में सुंदर ने 89 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए थे। लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में उन्हें तभी खेलने का मौका मिल सकता है अगर अश्विन, जडेजा या अक्षर पटेल टीम के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं।