रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin)
इस फेहरिस्त में भारतीय क्रिकेट टीम के ऑफ स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन का नाम शामिल है जिन्होंने अपनी शानदार गेंदबाजी के साथ-साथ टेस्ट क्रिकेट में कई बार अहम पारियां खेलकर भारतीयय टीम को मुश्किलों से बचाया है। टेस्ट क्रिकेट में अश्विन ने अब तक 4 बार शतक लगाने का काम किया है। आपको यह जानकर हैरान होगी कि अश्विन के बल्ले से निकले यह चारों शतक वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के खिलाफ लगाया है जिसमें से 2 घरेलू सरजमी पर और 2 विदेशी सरजमीं पर लगाये हैं।
अश्विन ने सबसे पहले साल 2016 में वेस्टइंडीज दौरे पर अपना विदेशी शतक जमाया था। नॉर्थ साउंड के मैदान पर खेले गए इस पहले मैच में अश्विन ने 113 रन की शानदार पारी खेली थी। इसके बाद ग्लोस आइसलेट के मैदान पर अश्विन ने 118 रन की पारी के साथ अपना दूसरा विदेशी शतक लगाया था।
अनिल कुंबले (Anil Kumble)
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कोच और कप्तान अनिल कुंबले का नाम भी इस फेहरिस्त में शुमार है। अपनी शानदार स्पिन गेंदबाजी के लिये मशहूर अनिल कुंबले के नाम टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड है, हालांकि गेंदबाजी के साथ-साथ पूर्व कप्तान ने अपने बल्ले का भी जौहर दिखाया है और इंग्लैंड के खिलाफ 2007 में शतक जमाने का काम किया। अनिल कुंबले की इस शतकीय पारी के कमाल के चलते भारतीय टीम ने 2007 में 21 सालों में पहली इंग्लैंड की सरजमीं पर कोई टेस्ट सीरीज जीती थी।
ओवल के मैदान पर खेले गये तीसरे टेस्ट मैच में अनिल कुंबले ने एमएस धोनी के साथ साझेदारी निभाई और नाबाद 110 रनों की पारी खेली। टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट लेने वाले अनिल कुंबले दुनिया में सबसे ज्यादा टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर काबिज हैं।
अजीत अगरकर (Ajit Agarkar)
विदेशी सरजमीं पर शतक लगाने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में तीसरा और आखिरी नाम भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज अजीत अगरकर का है जो कि निचले क्रम में टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज हुआ करते थे। भारतीय टीम के लिये वनडे क्रिकेट में ज्यादा विकेट चटकाने वाले इस खिलाड़ी के नाम टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाने का रिकॉर्ड है।
अगरकर ने यह कारनामा साल 2002 में ऑस्ट्रेलिया की मुश्किल विकेट पर नवाब पटौदी सीरीज खेलने के दौरान किया था। यह वह दौर था जब अगरकर मुश्किुल दौर से गुजर रहे थे औक ऑस्ट्रलियाके खिलाफ लगातार 5 पारियों में खाता खोल पाने में नाकाम रहे थे। इसी फेहरिस्त में जब वह लॉर्डस के मैदान पर उतरे तो शायद ही किसी ने सोचा होगा कि अगरकर इतिहास रचने वाले हैं।
जब अगरकर बल्लेबाजी करने उतरे तो भारतीय टीम का स्कोर 568 रनों का पीछा करते हुए 170/6 था जिसके बाद अगरकर ने पारी को संभाला और क्रिकेट के मक्का में नाबाद 109 रनों की नाबाद पारी खेली। हालांकि भारत फिर भी मैच नहीं जीत सका।