सुनील गावस्कर ( Sunil Gavaskar)
इस फेहरिस्त में सबसे पहला नाम भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर का है, जिन्हें अपने पहले बच्चे और पूर्व क्रिकेटर रोहन गावस्कर को देखने के लिये 2 महीने का इंतजार करना पड़ा था। साल 1976 में सुनील गावस्कर भारतीय टीम के साथ न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज खेलने पहुंचे थे जहां पर उन्हें रोहन गावस्कर के जन्म की खबर मिली। मौजूदा समय की तरह बीसीसीआई के पास उस वक्त न तो ज्यादा पैसा था और न ही सुविधायें जिसके चलते जब गावस्कर ने बेटे के जन्म पर वापस देश लौटने की अनुमति मांगी तो बीसीसीआई ने उन्हें भारत लौटने के बजाय वेस्टइंडीज दौरे पर रवाना होने को कहा। इसके चलते गावस्कर को अपने पहले बच्चे से मिलने के लिये करीब ढाई महीने का इंतजार करना पड़ा।
टीम में उनके साथी रह चुके पूर्व सलामी बल्लेबाज अंशुमन गायकवाड़ ने इस बारे में याद करते हुए एक दैनिक अखबार के कॉलम में लिखा,' वेस्टइंडीज दौरे पर जब हम जमैका के मैदान पर खेल रहे थे तो कैरिबियाई गेंदबाज लगातार बीमर फेंक रहे थे, जिसको लेकर गावस्कर ने अंपायर से शिकायत की थी लेकिन अंपायर की तरफ से कोई कार्रवाई न होने पर वह नाराज हो गये थे और कहा था कि मैं यहां पर मरना नहीं चाहता, मुझे घर जाना है और अपने बेटे को देखना है।'
सौरव गांगुली (Sourav Ganguly)
इस फेहरिस्त में दूसरा नाम भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली का है जो कि साल 2001 में भारतीय टीम की कमान संभाल रहे थे और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने पहुंचे थे। एक नवंबर से शुरू हुई इस सीरीज के तीसरे ही दिन उनकी पत्नी ने सौरव गांगुली की इकलौती बेटी सना गांगुली को जन्म दिया। सौरव गांगुली सीरीज की समाप्ति के बाद 22 नवंबर को अपने देश पहुंचे थे जिसके बाद वो पहली बार अपनी बेटी को देख पाये।
एमएस धोनी (MS Dhoni)
इस लिस्ट में तीसरा और आखिरी नाम भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी का है जिन्होंने अपनी बेटी जीवा से मिलने के लिये करीब 2 महीने का इंतजार किया था। साल 2015 में भारतीय टीम विश्व कप अभियान के लिये ऑस्ट्रेलिया में थी जहां पर सुरेश रैना ने उन्हें मैसेज करके जीवा के जन्म की खुशखबरी दी थी। इस खबर के मीडिया में आने के बाद जब उनसे देश वापस लौटने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल वो अभी देश की ड्यूटी पर हैं। विश्व कप एक अहम अभियान है, बाकी सभी चीजें इंतजार कर सकती हैं।