एक्स फैक्टर से बदलेगी बल्लेबाजों और गेंदबाजों की किस्मत
बीबीएल में लागू किया गया पहला नियम एक्स फैक्टर सब्स टीम को अपने एक खिलाड़ी को दूसरे से रिप्लेस करने का मौका देता है। इस नियम के अनुसार बीबीएल में टीमें 10 ओवर के खेल के बाद मैदान पर अपने बल्लेबाज, गेंदबाज या फील्डर को बदल सकती हैं। इस खिलाड़ी को टीम का 12वां या 13वां खिलाड़ी मान सकते हैं जो कि 10वें ओवर के बाद टीम में किसी भी बल्लेबाज को रिप्लेस कर सकता है जिसकी बल्लेबाजी नहीं आई हो या फिर किसी भी गेंदबाज की जगह ले सकता है जिसने एक ओवर से ज्यादा गेंदबाजी न की हो।
पावर सर्ज से बल्लेबाजों को भी मिलेगा पावरप्ले
वहीं बल्लेबाजों को रन बनाने का अधिक मौका देने के लिये बीबीएल में पावर सर्ज के नियम को जोड़ने का काम किया है, जिसके तहत बल्लेबाजों को 2 ओवर्स का पावरप्ले लेने का मौका मिलेगा। यह पावर सर्ज दो ओवर का होगा जिसे बल्लेबाजी कर रही टीम आखिरी के 10 ओवर्स में कभी भी ले सकती है। इससे बल्लेबाजों को फायदा होगा क्योंकि पावरप्ले के दौरान सिर्फ 2 खिलाड़ी ही 30 गज के दायरे के बाहर फील्डिंग कर सकते हैं। इससे पहले पावरप्ले के दौरान लगातार 6 ओवर फेंके जाते थे लेकिन अब 4 ओवर मेंडेटरी और बाकी के 2 बैटिंग टीम की इच्छा पर निर्भर करेंगे।
बैश बूट तय करेगा क्वालिफायर मुकाबलों के लिये टीम की किस्मत
वहीं लीग का तीसरा नियम किसी भी टीम के खिताबी रेस में बने रहने और क्वालिफाई करने से जुड़ा है। बैश बूट नाम के इस नियम के अनुसार बीबीएल में मैच के दौरान टीमों को बोनस अंक देने का फैसला किया गया है। इस नियम के अनुसार दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रही टीम 10 ओवर के बाद अगर पहली पारी में बनाये गये 10 ओवर के स्कोर की बराबरी या उससे ज्यादा रन बनाती है तो उसे बोनस अंक दिया जायेगा, वहीं अगर फील्डिंग करने वाली टीम विपक्षी टीम को उन रनों से नीचे रोकने में सफल होती है तो उसे बोनस अंक प्राप्त होगा। इसके अलावा बीबीएल में हर टीम को मैच जीतने पर 3 अंक दिये जायेंगे।