पहली 3 गेंदों पर था नर्वस
उन्होंने कहा कि वह शुरुआत में थोड़े नर्वस थे, लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता गया, उन्होंने खुद पर काबू पा लिया।
तीसरे दिन के खेल की समाप्ति पर नदीम ने कहा, 'अच्छा लगता है कि मैंने घरेलू क्रिकेट में जो भी मेहनत की थी, उसका मुझे फल मिल गया है। घर में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने से मैं बहुत खुश हूं। एक क्रिकेटर के लिए टेस्ट कैप का अलग ही महत्व है, खासकर घर में। यहां पर कुछ भावनाएं थीं लेकिन मैंने अपना ध्यान मैच पर दिया। मैं पहली तीन गेंदों पर नर्वस था, लेकिन चौथी गेंद से सबकुछ सामान्य महसूस करने लगा।'
अपने एक्शन पर करना होगा काम
उन्होंने कहा, 'सीनियर खिलाड़ियों के साथ खेलना हमेशा से अच्छा लगता है। वे (अश्विन और जडेला ) अपने अनुभव मेरे साथ बांटते हैं। वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्पिनर हैं और उनसे सीखने के लिए बहुत कुछ है।'
नदीम ने कहा ,‘मैं रोमांचित था और भावुक भी लेकिन मैने अपने प्रदर्शन पर फोकस किया । मैं पहली तीन गेंद तक नर्वस रहा खासकर रन अप के दौरान। चौथी गेंद से मैं सहज हो गया ।'
उन्होंने कहा ,‘ मैं अपने फॉलो थ्रू पर काम कर रहा हूं । मुझे यह सुनिश्चित करना होगा कि मेरे एक्शन और शरीर के वजन में तालमेल रहे ।'
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आखिरकार मिला मेहनत का फल
उन्होंने कहा ,‘इतने साल की मेहनत का फल मिलना अच्छा लग रहा है । अपने घरेलू मैदान पर पहला टेस्ट खेलना अलग तरह का अनुभव है ।'
आपको बता दें कि भारत का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज को 3-0 से हथियाने का इरादा हकीकत से सिर्फ दो कदम की दूरी पर है। भारत ने तीसरे दिन सोमवार का खेल खत्म होने तक दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी में आठ विकेट 132 रनों पर ही चटका दिए हैं।