कोरना संक्रमण से यूएई में कम लोग संक्रमित
बीसीसीआई ने साफ किया है कि उसके लिये खिलाड़ियों की सुरक्षा प्राथमिकता है, ऐसे में अगर हम भारत के मुकाबले यूएई में कोरोना मरीजों के संक्रमण पर नजर डालें तो यहां पर संख्या काफी कम है। यूएई में अब तक 50 हजार लोग इस महामारी के संक्रमण का शिकार बनें हैं जिसमें से 39 हजार लोग ठीक भी हो चुके हैं, वहीं इससे मरने वालों की संख्या भी महज 318 ही है। ऐसे में भारत के मुकाबले यूएई में आईपीएल का आयोजन काफी सुरक्षित नजर आ रहा है।
पहले भी यूएई में हुआ है आईपीएल का आयोजन
आईपीएल की मेजबानी की बात करें तो बीसीसीआई ने पहले भी इस लीग का आयोजन विदेश में कराया है। 2009 में दक्षिण अफ्रीका तो 2014 में लगभग आधा आईपीएल यूएई में खेला गया था। दोनों ही बार इस लीग का आयोजन लोकसभा चुनावों के चलते बाहर कराया गया था। हालांकि 2014 में यूएई की मेजबानी में खेले गये आईपीएल से बीसीसीआई भी काफी खुश थी क्योंकि यूएई क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों समेत मैच के लिये काफी अच्छी व्यवस्था की थी।
कम दूरी में बने हैं 2 बेहतरीन अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम
कोरोना वायरस के चलते किसी भी बोर्ड के लिये सबसे बड़ी चुनौती है खिलाड़ियों के रख-रखाव और आने जाने की व्यवस्था करना, बोर्ड ने पहले ही साफ किया है कि चूंकि इस लीग का आयोजन खाली स्टेडियम में बिना दर्शकों के कराया जाना है तो लीग के सारे मैच कम से कम 2 स्टेडियम में कराये जायें। ऐसे में बीसीसीआई चाहेगा कि दोनों ही स्टेडियम के बीच की दूरी कम हो ताकि अच्छी व्यवस्था की जा सके। वहीं यूएई क्रिकेट बोर्ड के पास 2 ऐसे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम है जो कि न सिर्फ मशहूर हैं बल्कि काफी दूरी पर भी स्थित हैं।
इनमें से एक स्टेडियम का नाम दुबई स्पोर्ट्स सिटी क्रिकेट स्टेडियम है, वहीं दूसरे स्टेडियम का नाम दुबई शेख जायद क्रिकेट स्टेडियम है। यूएई क्रिकेट बोर्ड के पास इन स्टेडियम का होना जिसमें पूरे आईपीएल का आयोजन हो सकता है, उसको मेजबानों की रेस में आगे ले जाता है।
टैक्स छूट के साथ खिलाड़ियों को मिलेगी सुरक्षा
कोरोना महामारी के बीच हर क्रिकेट बोर्ड के सामने अर्थव्यवस्था और खिलाड़ियों की सुरक्षा एक बड़ी समस्या है। ऐसे में यूएई क्रिकेट बोर्ड संकटमोचक के तौर पर सामने आ सकती है। खिलाड़ियों को सुरक्षा देने के मामले में यूएई सरकार काफी आगे है, साथ ही यहां पर आईपीएल का आयोजन होने पर बोर्ड को टैक्स भी छूट मिलेगी। इससे बीसीसीआई को एक साथ दोहरा फायदा होगा। ऐसे में बीसीसीआई के पास एक और कारण है इस टूर्नामेंट को यूएई में आयोजित कराने का।
कोई भी अंतर्राष्ट्रीय दौरा प्रस्तावित नहीं
ऑस्ट्रेलिया में प्रस्तावित टी20 विश्व कप का आयोजन अक्टूबर-नवंबर में होना था, इस दौरान ज्यादातर देशों के पास कोई भी अंतर्राष्ट्रीय दौरा प्रस्तावित नहीं था लेकिन कोरोना महामारी के बाद बोर्ड इस दौरान कुछ द्विपक्षीय सीरीज के आयोजन को शेड्यूल कर सकते हैं। वहीं पर यूएई क्रिकेट बोर्ड के पास कोई भी अंतर्राष्ट्रीय दौरा प्रस्तावित नहीं हैं तो वहां पर खाली स्टेडियम भी मिल जायेंगे। इससे बीसीसीआई को आईपीएल 2020 का आयोजन कराने के लिये किसी भी तरह की दिक्कत सामने नहीं आयेगी और इसका सफल तरीके से आयोजन हो सकता है।