लगातार 7 शतक का अनूठा रिकॉर्ड-
देशमुख मुंबई में आबकारी और सीमा शुल्क का एक अधीक्षक थे, जिसे अब GST और सीमा शुल्क के रूप में जाना जाता है। उन्होंने 90 के दशक में अखिल भारतीय अंतर विश्वविद्यालय टूर्नामेंट में पुणे विश्वविद्यालय के लिए बल्लेबाजी करते हुए लगातार सात शतक बनाने का एक अनूठा रिकॉर्ड बनाया। मध्यक्रम के एक शानदार बल्लेबाज, देशमुख ने स्थानीय क्रिकेट में दादर पारसी जोरोस्ट्रियन क्रिकेट क्लब, महिंद्रा के लिए खेला। उन्होंने पुलिस शील्ड में मुंबई पुलिस के लिए भी खेला।
करीबी दोस्त का ये है कहना-
देशमुख के करीबी दोस्त रमेश वाजगे ने कहा, "वह एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर थे। वह मुझे बताते थे कि माधव मन्त्री (भारत के पूर्व विकेटकीपर) उन्हें बहुत पसंद करते थे। दुर्भाग्य से, उन्हें कभी मुंबई के लिए खेलने का मौका नहीं मिला।" मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) के पूर्व प्रबंध समिति के सदस्य ने बुधवार को TOI को बताया।
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9 दिन पहले ही कोरोना होने का पता लगा था-
उन्होंने कहा, "उनकी मौत हमारे लिए एक संदेश है कि किसी को भी इस बीमारी को हल्के में नहीं लेना चाहिए। उन्हें बुखार था, लेकिन उन्होंने खुद को अस्पताल पहुंचाने से इनकार कर दिया। नौ दिन पहले उनको कोविद-19 होने का पता चला था।"
देशमुख अपने पीछे पत्नी स्मिता, बेटे हर्षल (16) और एक बेटी शिवानी (20) से बचे हैं।