इस कारण पाए गए दोषी
इसके साथ सैनी के नाम एक डिमैरिट अंक भी जोड़ा गया है। सैनी ने विंडीज के बल्लेबाज निकोलस पूरण को मैच के 14वें ओवर की दूसरी गेंद पर आउट किया। इस दाैरान जब पूरण पवेलियन लाैट रहे थे तो सैनी जोश में आकर पूरण आक्रामक रवैया दिखाते नजर आए। इसके बाद ऑन-फील्ड अंपायर निगेल डुगिड और ग्रेगरी ब्रेथवेट, तीसरे अंपायर लेस्ली रिफर और चौथे आधिकारिक पैट्रिक गुस्टर्ड ने सैनी पर कानून का पालन ना करने के आरोप लगाए। खिलाड़ी ने जुर्म कबूल कर लिया है और आईसीसी मैच रेफरी के एमिरेट्स एलीट पैनल के मैच रेफरी जेफ क्रो द्वारा प्रस्तावित मंजूरी को स्वीकार कर लिया और इस तरह औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं थी।
डेब्यू में ही बटोरी सुर्खियां
सैनी को विंडीज के खिलाफ पहले टी20 मैच में खेलने का माैका मिला था। इसमें सैनी को डेब्यू करने का माैका मिला। सैनी ने इस मैच में अपने दमदार प्रदर्शन के दम पर सुर्खियां बटोर लीं। उन्होंने 4 ओवर में 17 रन देकर 3 विकेट निकाले और मैन आफ द मैच अवार्ड भी हासिल कर लिया। वहीं दूसरे मैच में भी उन्होंने 4 ओवर में 27 रन दिए, लेकिन इस दाैरान वह विकेट नहीं निकाल सके थे।
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कैसे काम करता है डिमेरिट प्वाइंट्स
अगर किसी भी खिलाड़ी को 24 महीने के भीतर 4 या उससे अधिक डिमेरिट प्वाइंट्स सजा के तौर पर दिए जाते हैं तो यह निलंबन के प्वाइंट में बदल जाता है और उस खिलाड़ी को फिर मैच से भी बैन किया जा सकता है। दो डिमेरिट प्वाइंट्स के बदले एक टेस्ट या दो ODI या दो टी-20 से बैन किया जा सकता है। किसी भी खिलाड़ी पर लगा डिमेरिट प्वाइंट्स दो साल तक मान्य होता है। अगर वो ऐसी ही गलती आगे भी करते पाए जाते हैं तो अगले आने वाली सीरीज में उन्हें सजा के तौर पर बैन किया जा सकता है। नवदीप सैनी ने अपने डेब्यू मैच में शानदार गेंदबाजी की थी और छक्के खाने के बाद दो गेंदों पर दो विकेट लिए थे। नवदीप सैनी को गौतम गंभीर की खोज कहा जाता है।