खेल भावना के खिलाफ नहीं है मांकड़िंग
उल्लेखनीय है कि आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच रिकी पॉन्टिंग ने माकंड़िंग को खेल भावना के विरुद्ध बताते हुए कहा था कि वह इस मुद्दे पर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) से गंभीर चर्चा करेंगे और उन्हें समझाएंगे कि दिल्ली कैपिटल्स (DC) की टीम में रहकर वह ऐसा नहीं करेंगे। इस मुद्दे पर आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल 'आकाशवाणी' पर चर्चा की और कहा कि जो चीज नियमों के अनुसार है, उसे खेल भावना के विरुद्ध कैसे माना जा सकता है।
उन्होंने कहा,'मांकड़िंग क्रिकेट के नियमों के अनुसार सही है तो यह खेल भावना के खिलाफ कैसे हो सकती है। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज एक बल्लेबाज रहे हैं और वह उसी मानसिकता से सोच रहे हैं। लेकिन उन्हें नियमों पर भी ध्यान देना चाहिए।'
यह तो धोनी को स्टंपिंग से रोकने जैसा हुआ
आकाश चोपड़ा ने इस पर आगे बात करते हुए कहा कि यह बिल्कुल उसी तरह की बात है जैसे आप धोनी को स्टंपिंग करने से मना करने के लिये कह रहे हैं, क्योंकि आपकी समझदारी और चपलता खेल भावना के विरुद्ध है।
उन्होंने कहा, 'रन आउट और स्टंपिंग में भी इसी तरह की गुंजाइश होती है लेकिन वहां इसे खेल भावना के विरुद्ध नहीं समझा जाता तो फिर क्यों माकंड़िंग को लेकर ऐसा सोचा जा रहा है। आप धोनी को स्टंपिंग करने के नहीं रोक सकते। जितना मैं अश्विन को जानता हूं मेरे हिसाब से वह भी चुपचाप पॉन्टिंग की बात नहीं सुनने वाले। वह एक मजबूत खिलाड़ी हैं और वह दृढ़ता से अपनी बात रखेंगे। मेरे हिसाब से तो इन दोनों खिलाड़ियों में इस मुद्दे पर शब्दों की तीखी तकरार होने वाली है।'
पॉन्टिंग ने कही थी सख्ती से निपटने की बात
गौरतलब है कि रिकी पॉन्टिंग ने हाल ही में 'द ग्रेड क्रिकेटर पोडकास्ट' से कहा, 'मैं उनसे इस (मांकड़िंग) पर बात करूंगा, मैं पहली चीज यही करूंगा। यह उनके साथ सख्ती वाली बातचीत होगी। मुझे लगता है कि शायद वह कहेंगे कि यह नियमों के हिसाब से था और उसके पास ऐसा करने का अधिकार है। लेकिन यह खेल भावना के अनुसार सही नहीं है, यह वो तरीका नहीं है जो मैं चाहता हूं, कम से कम दिल्ली कैपिटल्स के साथ।'
इस वजह से पड़ा मांकड़िंग नाम
बता दें पूर्व भारतीय स्पिनर वीनू मांकड़ (Vinoo Mankad) के नाम पर मांकड़िंग नाम पड़ा। यह आउट करने का तरीका क्रिकेट के नियमों के अनुसार बिल्कुल सही है लेकिन कुछ जानकार इसे खेल भावना के खिलाफ मानते हैं। वीनू मांकड़ ने 1947 में इसी तरीके से ऑस्ट्रेलिया के बिल ब्राउन को आउट किया था।