नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर एबी डिविलियर्स उन महान खिलाड़ियों में से एक रहे हैं जिसने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से दुनिया को अपना दीवाना है। अपने शक्तिशाली स्ट्रोक प्ले और आक्रमणकारी खेल के कारण सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होंने हाल ही में सभी क्रिकेट को अलविदा कह दिया और पूरी क्रिकेट बिरादरी उन्हें फिर से मैदान पर खेलते नहीं देख पाएगी। हालांकि भविष्य में वह क्या करेंगे, इसके बारे में कहना मुश्किल है, लेकिन उन्होंने खुद संकेत दिए हैं कि वे भविष्य में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के साथ जुड़ सकते हैं, वो भी कोचिंग स्टाफ के सदस्य के रूप में।
डिविलियर्स का मानना है कि वो साउथ अफ्रीका क्रिकेट के लिए भी कोई बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि वह पिछले कुछ सालों से युवा प्रतिभाओं को तैयार कर रहे हैं और खिलाड़ियों के जीवन में बड़ा बदलाव लाना चाहते हैं। डिविलियर्स ने संडे टाइम्स के हवाले से कहा, "मैं अब भी मानता हूं कि मुझे एसए क्रिकेट में और आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के साथ कोई भूमिका निभानी चाहिए। मुझे नहीं पता कि आगे क्या होगा लेकिन मैं इसको लेकर एक दिन लूंगा और देखूंगा। मैं पिछले कुछ सालों से काबिलियत वाले कुछ युवाओं की देखभाल कर रहा हूं और उन्हें सलाह दे रहा हूं। इसके बारे में कोई नहीं जानता और उम्मीद है कि मैं भविष्य में एक दिन पीछे मुड़कर देख सकता हूं कि मैंने कुछ खिलाड़ियों के जीवन में बड़ा बदलाव किया है। अभी के लिए यह मेरा ध्यान है और मुझे नहीं पता कि यह पेशेवर होगा या आकस्मिक आधार पर, लेकिन हम देखेंगे कि हम इसके साथ कहां जाते हैं।"
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पूर्व प्रोटियाज कप्तान ने आगे चल रही महामारी के बीच मैच खेलने की चुनौतियों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि इन सभी चीजों ने उनके खेल को प्रभावित किया और उन्हें बिल्कुल मजा नहीं आया। उनके अनुसार, यही संकेत थे कि उन्होंने संन्यास लेने का फैसला लिया। डिविलियर्स ने कहा, "मैंने खुद को ऐसी स्थिति में पाया जहां टीम के लिए रन बनाना और टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करना कोरोना के कारण मुश्किल बन रहा था और यहीं से मुझे पीछे हटने पर सोचना पड़ा। मैंने हमेशा खेल के आनंद के लिए खेला है और जिस समय मुझे आनंद नहीं मिलने लगा तो मैंने संन्यास लेने का फैसला लिया।''