आउट करने पर खास शब्द बोलते थे भारतीय
एडम गिलक्रिस्ट ने लाइव कनेक्ट शो में शिरकत करते हुए बताया कि भारत के खिलाफ मैचों में वह जब भी भज्जी के खिलाफ रन बनाने का काम करते थे तो भारतीय फील्डर्स कुछ नहीं कहते थे लेकिन जैसे ही वह उन्हें आउट करते थे तो सभी भारतीय फील्डर्स कोई खास शब्द पुकारते थे।
उन्होंने कहा, 'मुझे वो शब्द याद नहीं है, लेकिन इतना याद है कि जब मैं रन बनाता था, तब वो सुनाई नहीं देता था, लेकिन जैसे ही भज्जी मुझे आउट करते थे, एक शब्द था जो भारतीय फील्डर्स बोलते थे।'
कमबैक सीरीज में किया था ऑस्ट्रेलिया को पस्त
उल्लेखनीय है कि हरभजन सिंह को टीम में अनिल कुंबले जैसे दिग्गज स्पिनर होने की वजह से जल्दी मौका नहीं मिलता था। शुरुआती मैचों के दौरान कुछ विवाद के चलते वह टीम से बाहर हो गये थे और कमबैक का इंतजार कर रहे थे। इसको लेकर हरभजन ने कहा था कि उन्हें एक बार को तो लगा था कि शायद उन्हें दोबारा मौका भी नहीं मिलेगा। हालांकि साल 2001 में जब अनिल कुंबले चोटिल होकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज खेलने में नाकाम थे तो सचिन तेंदुलकर की सलाह पर सौरव गांगुली ने हरभजन को टीम में शामिल किया और हरभजन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज में भज्जी ने 32 विकेट हासिल कर टीम को अपने दम पर सीरीज जिताई।
हरभजन के खिलाफ बेबस हो जाते थे पॉन्टिंग, हेडन और गिली
गौरतलब है कि इस सीरीज के दौरान हरभजन ने अपने टेस्ट करियर की हैट्रिक हासिल की और पूरी सीरीज के दौरान रिकी पॉन्टिंग और एडम गिलक्रिस्ट को ज्यादा रन नहीं बनाने दिया। आपको बता दें कि हरभजन सिंह ने अपने करियर में पोंटिंग को 10 बार, हेडन को 9 बार और गिलक्रिस्ट को 7 बार आउट करने का काम किया है। करियर के दौरान हरभजन सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 18 मैचों में 29.95 के औसत से 95 विकेट हासिल किये हैं।
भारत दौरे को लेकर गिलक्रिस्ट ने कहा, 'मुझे हमेशा भारत का दौरा करना अच्छा लगा है। भारत में लोग हमारे साथ अच्छा व्यवहार करते हैं।'