नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के इतिहास पर नजर डालें तो साफ दिखता है कि पूरी टीम बल्लेबाजी करने में सक्षम नहीं होती थी। टीम के 6 विकेट गिरने के बाद अगले 4 विकेट भी तुरंत खो जाते थे, लेकिन कप्तान विराट कोहली की कप्तानी में यह धारणा बदल चुकी है। अब सभी खिलाड़ी बल्ले से रन बनाने में कामयाब हो रहे हैं। शार्दुल ठाकुर की एंट्री बताैर तेज गेंदबाज हुई लेकिन उनकी बैटिंग ने भी सबको मोह लिया। शार्दुल ने श्रीलंका के खिलाफ पुणे में हुए आखिरी टी20 मैच में महज 8 गेंदों में नाबाद 22 रन ठोके जिसमें 1 चाैका व 2 छक्के शामिल रहे। इस प्रदर्शन के बाद शार्दुल को भरोसा है कि वो बल्लेबाजी करने में भी दम रखते हैं।
शार्दुल ने कहा, ''मेरा मानना है कि मेरे पास बल्ले की क्षमता है और मैं अच्छा अभ्यास कर रहा हूं। अगर मैं आठवें नंबर पर योगदान दे सकता हूं, तो यह टीम के लिए हमेशा महत्वपूर्ण साबित होगा। मैं आउटस्विंगर गेंदबाजी कर सकता हूं, इसलिए ध्यान गेंद को जल्दी स्विंग करने पर है। मैंने 2016 में जब से ब्रेक-इन किया है, तब से टीम में काफी समय बिताया है। मुझे एक घरेलू भावना मिलती है और यह महसूस नहीं होता है, इसलिए इसका श्रेय कप्तान और प्रबंधन को जाता है। मैं खुद को बल्लेबाजी के लिए तैयार कर रहा हूं जब मैं बाहर इंतजार कर रहा हूं और जब मैं अंदर आता हूं तो मुझ पर दबाव नहीं बनता है।
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बता दें कि शार्दुल का यह 9वां अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच रहा, जिसमें उनकी इस पारी की बदाैलत भारत ने श्रीलंका के सामने 202 रनों का लक्ष्य रख 78 रनों से जीत हासिल की। साथ ही 2-0 से सीरीज जीती। शार्दुल ने गेंदबाजी करते हुए 3 ओवर में 19 रन देकर 2 विकेट भी लिए जिसकी बदाैलत उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। शार्दुल को पहली बार टी20 में बल्लेबाजी करने का माैका मिला था। इस खिलाड़ी ने हाल ही में विंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में एक मैच के दाैरान 6 गेंदों में नाबाद 17 रन भी बनाए थे। जबकि इससे पहले उन्होंने 17 जुलाई 2018 को वनडे मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 13 गेंदों में नाबाद 22 रन बनाए थे।