शमी के प्रदर्शन से भड़क गए लोग
ऐसा नहीं है कि भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को रोकने के लिए दम नहीं दिखाया, लेकिन बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान फाॅर्म में थे। उन्होंने सूझबूझ से बल्लेबाजी करते हुए अपना विकेट नहीं गंवाने दिया। शमी ने मैच में 3.5 ओवर में 43 रन दिए। वह सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए। इसके बाद फैंस कहने लग पड़े कि शमी की खराब गेंदबाजी के चलते भारत हार गया। ऐसा इसलिए क्योंकि वह मुस्लिम धर्म से हैं। जातिवाद को खेल में लाने का काम भारतीय प्रशंसकों ने ही कर दिया जो एक शर्मनाक बात है।
कही ऐसी बातें
इंस्टाग्राम पर लोगों ने शमी को बुरे कमेंट्स करने शुरू कर दिए। एक यूर्जर ने लिखा- भारतीय टीम में पाकिस्तानी तो किसी ने लिखा कि पाकिस्तान के पक्ष में एक मुस्लिम। तुम्हें कितने पैसे मिले? कुछ कमेंट्स तो ऐसे रहे हैं कि जिनका जिक्र यहां किया ही नहीं जा सकता। कुछ थे जो सपोर्ट में भी नजर आए। सोशल मीडिया पर जब शमी के प्रति नफरत फैली तो पूर्व भारतीय क्रिकेटर युसूफ पठान को बेहद दुख पहुंचा। उन्होंने शमी का बचाव करते हुए कहा, "आलोचना करना ठीक है पर खिलाड़ियों को गाली नहीं देनी चाहिए। यह एक खेल है और उस दिन बेहतर टीम जीती। केवल इन क्रिकेटरों ने हाल के वर्षों में भारत के लिए कई मैच जीते हैं। और जो हार कर जीतता है उसे बाजीगर कहते है।''
सहवाग बोले- अगले मैच में दिखा दो जलवा
युसूफ पठान के अलावा वीरेंद्र सहवाग भी मोहम्मद शमी के सपोर्ट में आए। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ''मोहम्मद शमी पर ऑनलाइन हमला चौंकाने वाला है और हम उनके साथ खड़े हैं। वह एक चैंपियन है और जो कोई भी भारत की टोपी पहनता है, उसके दिलों में किसी भी ऑनलाइन भीड़ से कहीं अधिक भारत होता है। तुम्हारे साथ हूं शमी। अगले मैच में दिखा दो जलवा।'' गाैर हो कि शमी भारतीय टीम के लिए तीनों फाॅर्मेट में अहम गेंदबाज रहे हैं। वह टीम में सबसे सीनियर तेज गेंदबाज हैं। टी20 विश्व कप में उनसे काफी उम्मीद हैं।
इसके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर शमी का साथ दिया। उन्होंने कहा,, 'मोहम्मद शमी कल रात हारने वाले 11 खिलाड़ियों में से एक थे। वह मैदान पर एकमात्र खिलाड़ी नहीं थे। टीम इंडिया आपके 'ब्लैक लाइव्स मैटर' के समर्थन का कोई मतलब नहीं है, अगर आप अपने साथी के लिए खड़े नहीं हो सकते हैं, जिसे सोशल मीडिया पर गाली दी जा रही है और ट्रोल किया जा रहा है।''