नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। वो वहीं खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ICC विश्व कप 2011 के फाइनल में भारतीय टीम के लिए 97 रनों की पारी खेल यादगार सहयोग दिया। इस इवेंट को जीतने में -इवेंट में गाैतम का रोल अहम रहा। हालांकि उनकी उपलब्धियों को कई बार इतना दर्शाया नहीं जाता लेकिन अब दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) के संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने फैसला लिया है कि एक स्टेडियम का एक स्टैंड गंभीर के नाम होगा।
डीडीसीए के संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने कहा कि परिषद ने गंभीर के नाम पर एक स्टैंड को मंजूरी दे दी है और आगामी रणजी सीजन शुरू होने से पहले इसका अनावरण किया जा सकता है। डीडीसीए के संयुक्त सचिव ने इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से कहा कि सर्वोच्च परिषद ने गौतम गंभीर के नाम पर रुख को मंजूरी दी थी। शीर्ष परिषद के 16 सदस्यों में से 9 सदस्य जिन्होंने डीडीसीए अध्यक्ष रजत शर्मा के पद की पुनः बहाली के खिलाफ आवाज उठाई थी उन्होंने गौतम गंभीर के नाम से स्टैंड बनाने का फैसला किया है।
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उन्होंने यह भी कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली की राज्य क्रिकेट परिषद ने क्रिकेट में योगदान के लिए बाएं हाथ के पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज का सम्मान नहीं किया। यह सिर्फ डीडीसीए परिषद के सदस्यों के बीच कुछ मतभेदों के कारण था। लेकिन, अब एसोसिएशन ने गंभीर को जल्द से जल्द सम्मानित करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम सर्वोच्च परिषद के सदस्यों में असहमति के कारण भारतीय क्रिकेट में गंभीर के योगदान का सम्मान नहीं कर पाए। हमने उनके नाम के बड़े अक्षरों को भी स्टैंड पर रखने का आदेश दिया था। एपेक्स काउंसिल के सदस्यों की आज की बैठक में, स्टैंड का अनावरण करने और बाद में गंभीर को जल्द से जल्द सम्मानित करने का निर्णय लिया गया।'
इससे पहले, सितंबर में, जवाहरलाल नेहरा में आयोजित एक समारोह के दौरान, अरुण जेटली स्टेडियम में एक स्टैंड का उद्घाटन भारतीय कप्तान विराट कोहली के नाम पर किया गया था। उनसे पहले, कई पूर्व भारतीय क्रिकेटरों को एसोसिएशन द्वारा उसी अंदाज में सम्मानित किया गया था, जैसे दो स्टैंड बिशन सिंह बेदी और ऑलराउंडर मोहिंदर अमरनाथ के नाम पर थे, इसके बाद वीरेंद्र सहवाग के नाम पर एक गेट था।