सहन नहीं हो सका धोनी का आउट होना
कोलकाता के साइकल दुकानदार श्रीकांत मैती अपनी दुकान में बैठे मोबाइल पर मैच देख रहे थे। आखिरी 11 गेंदों में भारत को 25 रन चाहिए थे। 49वें ओवर की दूसरी गेंद पर कोई रन नहीं बना। तीसरी गेंद पर धोनी एक रन तेजी से दौड़े और दूसरे के लिए उसी तेजी से लौटे। लेकिन मार्टिन गप्टिल का सीधा थ्रो विकेट उखाड़ चुका था और धोनी पलक झपकते ही रन आउट हो गए। गप्टिल के इस थ्रो ने टीम इंडिया की उम्मीदों और करोड़ों भारतीय फैंस के सपनों को तोड़ दिया। श्रीकांत भी यह सदमा सहन नहीं कर सके और धोनी के आउट होने के तुरंत बाद दुकान के अंदर ही उनकी मौत हो गई। श्रीकांत अपने मोबाइल फोन पर मैच के रोमांचक क्षणों को देख रहे थे। लेकिन धोनी के विकेट ने ऐसा झटका दिया कि उनकी सांसें थम गईं।
अस्पातल ले जाने तक जा चुकी थी जान
इलाके में मिठाई की दुकान चलाने वाले सचिन घोष का कहना है, 'तेज आवाज सुनने पर हम उनकी दुकान में मदद के लिए पहुंचे। हमने उन्हें जमीन पर मूर्छित अवस्था में गिरा हुआ देखा। हम उन्हें नजदीकी खानकुल अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।'
221 पर ढेर हुई थी टीम
बता दें कि भारत को न्यूजीलैंड ने 240 रनों का लक्ष्य रखा था, लेकिन जवाब में भारत ने 5 रनों पर ही 3 विकेट गंवा दिए। लोकेश राहुल, रोहित शर्मा व विराट कोहली महज 1-1 रन बनाकर चलते बने। हालांकि बीच में रविंद्र जडेजा ने जरूर मैच बनाने की कोशिश की लेकिन अंत में कीवी गेंदबाजों ने 221 रनों पर ही भारतीय टीम को समेट दिया। भारत की तरफ से जडेजा ने 77 तो धोनी ने 50 रन बनाए जो टीम को जीत नहीं दिला सके।
नंबर 8 पर धुआंधार पारी खेलकर जडेजा ने भारत के लिए बनाया नया रिकॉर्ड