नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के चलते देश भर में होने वाले विरोध प्रदर्शन और जेएनयू हिंसा मामले को लेकर सड़कों पर उतरे युवा छात्रों पर अब भारत के महान बल्लेबाज और पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और भरोसा जताया है कि जल्द ही इससे उबर जायेगा। 26वें लाल बहादुर शास्त्री मेमोरियल लेक्चर में पहुंचे सुनील गावस्कर ने छात्रों को संबोधित करते हुए भरोसा जताया कि हमेशा की तरह भारत इस बार भी देश भर में चल रहे छात्रों के विरोध प्रदर्शन से उबर जायेगा।
छात्रों को संबोधित करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, 'देश मुश्किल में है। हमारे कुछ युवा सड़कों पर उतरे हुए हैं जबकि उन्हें अपनी कक्षाओं में होना चाहिए। सड़कों पर उतरने के लिए उनमें से कुछ को अस्पताल तक का सफर करना पड़ गया। जाना पड़ा।'
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सुनील गावस्कर ने इस मौके पर कहा कि वह उस भारत में विश्वास रखते हैं जहां के लोग हमेशा संकट भरे माहौल से उबर जाते हैं।
उन्होंने कहा, 'विरोध प्रदर्शन करने वाले अधिकतर छात्र कक्षाओं में हैं, अपना भविष्य बनाने और भारत को आगे ले जाने का प्रयास कर रहे हैं। एक देश के रूप में हम तभी आगे बढ़ सकते हैं, जब हम सभी एकजुट हों। जब हम सभी सामान्य भारतीय होंगे। खेल ने हमें यही सिखाया है।'
उल्लेखनीय है कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ देश भर में लगातरा छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसमें सबसे पहला नाम जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी का रहा, जिसके बाद जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र भी इस विरोध प्रदर्शन में सड़क पर उतरे।
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इस बीच कुछ नकाबपोश लोगों की भीड़ ने जेएनयू कैंपस में घुसकर छात्रों की जमकर पिटाई कर दी और तोड़-फोड़ की। कैंपस में हुई इस हिंसा के विरोध में अब छात्र सड़क पर उतरे हैं दोषियों पर कार्रवाई करने के साथ इस कानून को वापस लेने की मांग की है।
आपको बता दें कि भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने इससे पहले सीएए पर सरकार का समर्थन किया था और कहा था कि भारतीय की तरह सोचें और संयम से देखें तो आने वाले समय में हमें बहुत सारे फायदे मिलने वाले हैं।