ईसीबी का पेट प्रोजेक्ट है द 100
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड की ओर से आयोजित किया जाने वाला यह टूर्नामेंट ईसीबी के लिये एक प्रयोगात्मक टूर्नामेंट है, जिसे इस साल 8 टीमों के साथ शुरु किया जाना था। हालांकि कोरोना वायरस के चलते इस लीग को अगले साल तक के लिये टाल दिया गया है। ईसीबी के पेट प्रोजेक्ट द 100 में काफी कुछ बदला हुआ नजर आयेगा। इस प्रारूप में हर टीम को 100 गेंद प्रति पारी खेलनी होगी।
फ्रैंचाइजी बेस्ड टूर्नामेंट खेलते रहेंगे धोनी
गौरतलब है कि धोनी ने अभी सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा है जबकि वह आईपीएल के मैदान पर अभी अपना दम दिखाते रहेंगे। वहीं मीडिया रिपोर्ट की मानें तो धोनी फिलहाल फ्रेंचाइजी बेस्ड टूर्नामेंट खेल जारी रख सकते हैं। फिलहालन धोनी अपने साथी खिलाड़ियों के साथ चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में आईपीएल की तैयारी के लिए पहुंचे हुए है। शनिवार को उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये अपने संन्यास का ऐलान करते हुए लिखा कि उन्हें शाम 7 बजकर 29 मिनट से रिटायर मान लिया जाए।
अलग होंगे द 100 लीग के नियम
इस प्रारूप के अनुसार मैच की हर पारी में 100 गेंदे फेंकी जाती और हर 10 गेंद के बाद बल्लेबाज अपने छोर बदलते नजर आते। इस प्रारूप में गेंदबाज लगातार 5 या 10 गेंद फेंक सकता है लेकिन कप्तान पर निर्भर करेगा कि वह इसे जारी रखना चाहते हैं कि नहीं। वहीं एक गेंदबाज एक पारी में 20 से ज्यादा गेंद नहीं फेक सकेगा। ईसीबी की ओर से शुरु होने वाली यह लीग 38 दिनों तक चलनी थी और इसमें 8 टीमों को हिस्सा लेना था। प्रारूप के अनुसार हर टीम को अपने घर पर 4 मैच खेलने थे। मैच के दौरान एक टीम ढाई मिनट तक का स्ट्रैटेजिक टाइम ले सकती है लेकिन यह पारी में सिर्फ एक बार ही ले सकते हैं।