नई दिल्ली। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हसन अली के लिये परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने साल 2020-21 के लिये उन खिलाड़ियों के नामों की घोषणा की जिन्हें पीसीबी ने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट दिया। हालांकि इस लिस्ट में तेज गेंदबाज हसन अली को जगह नहीं दी गई। वहीं पिछले 3 महीने से ज्यादा समय से पीठ की चोट से जूझ रहे हसन अली की समस्या ने गंभीर रूप धारण कर लिया है। ऐसे में पाकिस्तान की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर किये गये खिलाड़ियों की सूची में शामिल हसन अली को अब विदेश में ऑपरेशन करवाना पड़ सकता है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हसन अली को पिछले साल इंग्लैंड में हुए विश्व कप के दौरान ही यह पीठ की समस्या उभरी थी जिसके बाद वह लगातार अंदर-बाहर हो रहे थे, हालांकि फरवरी-मार्च में खेले गये पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में खेलने के दौरान इस समस्या ने गंभीर रूप ले लिया और उन्हें टूर्नामेंट के बीच में ही बाहर होना पड़ा।
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पीसीबी के आधिकारिक सूत्रों का मानना है कि अगर विशेषज्ञ हसन अली को पीठ की समस्या के लिए ऑपरेशन की सलाह देते हैं तो बोर्ड उन्हें ऑस्ट्रेलिया या किसी भी अन्य देश में भेजने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, 'हसन अली अप्रैल से ही पीठ दर्द से परेशान हैं और पीसीबी ने उनकी चिकित्सा रिपोर्ट ऑस्ट्रेलिया और कुछ अन्य देशों के विशेषज्ञों के पास भेजी है। हसन के पास दो ही विकल्प हैं या तो वह लंबी अवधि का उपचार ले या फिर ऑपरेशन करवाए, लेकिन सब कुछ विदेशी विशेषज्ञों की राय पर निर्भर करेगा।'
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आपको बता दें कि हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने वनडे क्रिकेट में अपने नये कप्तान के रूप में बाबर आजम को चुना है, जिसके बाद सरफराज अहमद की वापसी की लगभग सभी उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं।