कंपलीट बॉलिंग यूनिट-
कंपलीट बॉलिंग यूनिट के दम पर साउथ अफ्रीका कभी भी टेस्ट सीरीज में फ्रंटफुट पर नजर नहीं आया और उसको तीनों मैचों में हारकर अपना सूपड़ा साफ करवाने पर मजबूर होना पड़ा। भारत ने रांची टेस्ट एक पारी और 202 रनों से जीता। इससे पहले भारत ने पुणे टेस्ट एक पारी और 137 रनों से जीता था और विशाखापत्तनम टेस्ट में भी 203 रनों की विशाल जीत पाई थी। ये आंकड़े बताते हैं कि भारत किस कदर अपने विरोधी पर हावी रहा। टीम इंडिया ना केवल अफ्रीकी टीम पर हावी रही बल्कि उसने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप पॉइंट टेबल में भी सभी टीमों का सूपड़ा साफ कर दिया है।
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आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भारत-
इस समय भारत के इस चैंपियनशिप की अंक तालिका में जितने अंक हैं उतने अंक इस लिस्ट में मौजूद बाकी टीमों के मिलाकर भी नहीं है। इसी से भारत के आधिपत्यवादी युग का पता चलता है। भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत से अब तक खेले सभी पांच टेस्ट मैच जीते हैं। ये पांच टेस्ट भारत को दो सीरीज में खेलने को मिले। पहली सीरीज वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्टों की सीरीज थी जिसमें भारत ने क्लीन स्वीप के जरिए 120 अंक जुटाए थे और अब घरेलू सीरीज में भी टीम इंडिया को 120 अंक मिले हैं जिसकी बदौलत भारत ने अब पॉइंट टेबल पर 240 अंक जुटाकर टॉप पर अपनी पॉजीशन बहुत ही मजबूत कर ली है।
सभी टीमों के अंक मिलाकर भी भारत से कम-
भारत जहां पांच मैचों के साथ 240 अंक जुटाकर टॉप पर है तो वहीं बाकी टीमों की स्थिति इस प्रकार है-
Ind - 240 (5 मैच)
NZ - 60 (2)
SL - 60 (2)
Eng - 56 (5)
Aus - 56 (5)
WI - 0 (2)
SA - 0 (3)
आप देख सकते हैं भारत के जहां अकेले ही 240 अंक हैं तो वहीं बाकी टीमों के मिलाकर भी 232 ही अंक बनते हैं। इस स्थिति में भारत के करीब आने की भी कोई सोच नहीं सकता है। इस स्थिति में और इजाफा ही होने की उम्मीद है क्योंकि टीम इंडिया को अब अगली सीरीज बांग्लादेश के ही खिलाफ खेलनी है जो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत ही खेली जाएगी।
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रोहित का कमाल-
रोहित शर्मा इस सीरीज की सबसे बड़ी खोज साबित हुए जिन्होंने एक दोहरे शतक समेत पूरे सीरीज में 3 शतक जड़ दिए और वे 500 प्लस स्कोर करने वाले इकलौते बल्लेबाज बने। उन्होंने 3 टेस्टों की 4 पारियों में 529 रन बनाए जिसने उनका औसत 132.25 का रहा और स्ट्राइक रेट 77.45 का रहा। रोहित ने रांची में करियर का पहला दोहरा टेस्ट शतक भी लगाया। इस मैच में रोहित ने 212 रनों की पारी खेली जिसके दम पर उनको मैन ऑफ द मैच और ओवरऑल प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द सीरीज भी दिया गया।