नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के लिए आने वाले दो-तीन साल अहम रहने वाले हैं। कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री पर ये बड़ी जिम्मेदारी है कि वो उन नए गेंदबाजों तैयार करें जो लंबी रेस का घोड़ा बन सकें। टीम के मुख्य चयनकर्ता रहे एमएसके प्रसाद ने अपने कार्यकाल दाैरान कई युवाओं को माैका दिया, जिसमें रिषभ पंत, जसप्रीत बुमराह, नवदीप सैनी व श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी हैं। लेकिन अब टीम के सीनियर गेंदबाज बढ़ती उम्र के कारण कभी भी क्रिकेट से दूरी बना सकते हैं। फिलहाल तेज गेंदबाज इशांत शर्मा व उमेश यादव ऐसे खिलाड़ी हैं जो 30 के पार पहुंच चुके हैं। इन दोनों गेंदबाजों की गैर-माैजूदगी में काैन गेंदबाज आएंगे, ये देखना बाकी है। फिलहाल कोहली ने साफ कहा कि वो युवाओं को माैका देंगे जो किसी की कमी महसूस नहीं होंने देंगे।
इशांत जहां 32 साल के हो जाएंगे तो वहीं उमेश यादव भी इस साल 33 साल के हो जाएंगे। ऐसे में देखना होगा कि पेस बोलिंग अटैक में कब और किस तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। हालांकि युवाओं को इस तरह मौका मिलने की पूरी उम्मीद है। नई प्रतिभाओं पर ध्यान देने का संकेत देते हुए कोहली ने कहा, 'बड़ी तस्वीर देखें तो हमें यह पहचान करने की जरूरत है कि अगले तीन-चार खिलाड़ी कौन होंगे जो स्तर को बरकरार रख सकें क्योंकि आप नहीं चाहते कि अगर अचानक कोई बाहर हो जाए तो उसकी कमी महसूस हो।'
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अगले कुछ वर्षों की योजना को छिपाए बिना कोहली ने कहा, 'ये खिलाड़ी अब युवा नहीं होने वाले, इसलिए हमें बेहद सतर्क और जागरूक रहना होगा। हमें स्वीकार करना होगा कि यह स्थिति है जिसका हमें सामना करना पड़ सकता है और हमारे पास ऐसे खिलाड़ी होने चाहिए जो उनकी जगह ले सकें।' जसप्रीत बुमराह अभी 26 साल के हैं और ऐसे में उनसे भावी योजनाओं को देखते हुए काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने अभी तक 14 टेस्ट खेले हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने 2 टेस्ट मैचों में कुल 6 विकेट लिए। उन्होंने 64 वनडे में 104 विकेट लिए हैं।
कोहली ने कहा कि नवदीप सैनी पहले ही टीम का हिस्सा हैं जबकि दो या तीन और नाम हैं जो योजना का हिस्सा हैं। कोहली ने कहा, 'सैनी प्रणाली का हिस्सा बन चुका है। इसके अलावा दो या तीन और खिलाड़ियों पर हमारी नजर है। हमें सतर्क रहने की जरूरत है और समझना होगा कि इससे (तेज गेंदबाजों से) हमें काफी सफलता मिली है और हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि यह स्तर ऊंचा रहे।'